जबलपुर | गरम-गरम चाय से भरा हुआ कप और चाय खत्म होने पर स्वाद के साथ आप कप को आइसक्रीम के कोन की तरह खा सकेंगे तो इससे ज्यादा मजेदार और क्या हो सकता है। जी हां, जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के छात्र भरत तोमर ने शिक्षा के साथ-साथ व्यवहारिक नवाचार कर कमाल कर दिखाया है। इसमें संस्थान और शिक्षकों की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
मिलेट्स को मिलेगी नई पहचान
जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर के छात्र भरत तोमर ने फाइबर, प्रोटीन ने भरे बाजरे से चाय का कप तैयार किया है। मिलेट्स से बने इस कप की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हो रही है। राष्ट्रीय कृषि विकास परियोजना में इस स्टार्टअप का चयन किया गया है और इसे आगे बढ़ाने के लिए आर्थिक सहायता राशि प्रदान की गई है। भरत ने बताया कि इस कप में लगभग 20 मिनट तक चाय गर्म रहती है और एक कप की कीमत 1 से डेढ़ रुपए तक रखी गई है।
जीरो वेस्ट कॉन्सेप्ट को बढ़ावा
छात्र भरत तोमर ने बताया कि उन्होंने मोटे अनाज और जीरो वेस्ट कॉन्सेप्ट को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बाजरे का इस्तेमाल कर चाय का कप बनाया है। ग्वालियर कृषि विवि से बैचलर आफ एग्रीकल्चर साइंस की पढ़ाई करने वाले भरत इन दिनों जबलपुर कृषि विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस स्टार्टअप को शुरू करने का प्रमुख उद्देश्य यह है कि प्लास्टिक के कपों का कम से कम उपयोग हो।
स्वाद में लाजवाब, सेहत के लिए फायदेमंद
उन्होंने बताया कि एक किलोग्राम बाजरे का इस्तेमाल करते हुए 600 कप तैयार किए जाते हैं। कप के स्वाद को लाजवाब बनाने के लिए बाजरे में साबूदाने का पाउडर और चाकलेट भी मिलाई गई है। इस कप में आप बच्चों को दूध भी पिला सकते हैं।
भरत ने बताया कि बाजरा आहार फाइबर, प्रोटीन, विटामिन (जैसे नियासिन, विटामिन-B और विटामिन-E) और खनिज (जैसे कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम और जिंक) सहित आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होता है, जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद रहता है। बाजरा फाइबर का एक उच्च स्त्रोत है।