भोपाल | मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में 2028 में आयोजित होने वाला वर्ल्ड रोज कन्वेंशन न केवल प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए सम्मान और वैश्विक संवाद का दुर्लभ अवसर होगा। मंगलवार को राजभवन में हुई बैठक में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि यह आयोजन भारत की अंतरराष्ट्रीय साख, सांस्कृतिक विविधता और आयोजकीय क्षमताओं का प्रमाण है।
राज्यपाल ने कहा कि भारत को पहली बार यह मेजबानी मिलना इस बात का संकेत है कि वैश्विक मंच पर देश की प्रतिष्ठा तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ रोज सोसायटी द्वारा सौंपे गए आयोजन ध्वज को ग्रहण करते हुए कहा कि यह ध्वज न केवल आयोजन की जिम्मेदारी का प्रतीक है, बल्कि यह मध्यप्रदेश की भूमिका को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करेगा।
वर्ल्ड रोज कन्वेंशन 2028
वर्ल्ड रोज कन्वेंशन 2028 का आयोजन 7 से 13 जनवरी तक भोपाल में होगा। इस आयोजन की तैयारी की जिम्मेदारी इंडियन रोज फेडरेशन और मध्यप्रदेश रोज सोसायटी को सौंपी गई है। बैठक का आयोजन इन्हीं संस्थाओं द्वारा किया गया।
पर्यटन को नया आयाम
राज्यपाल ने बताया कि भोपाल को ‘रोज सिटी’ के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने राजभवन परिसर में गुलाब की प्रजातियों का उत्पादन दोगुना करने का निर्देश दिया। उनका कहना था कि गुलाब प्रेम, पवित्रता और सहृदयता का प्रतीक है, और इसके माध्यम से दुनिया भर के प्रतिनिधियों के बीच भारत की आत्मीय संस्कृति का संदेश जाएगा। बैठक में पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र भाव सिंह लोधी ने कहा कि यह आयोजन पर्यटन को भी नया आयाम देगा। उन्होंने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा विदेशी और देशी मेहमानों के लिए ‘मध्यप्रदेश दर्शन’ की विशेष योजना बनाई जाएगी, जिसमें ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक स्थलों का भ्रमण शामिल होगा।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने राजभवन के सांदीपनि सभागार में 21वें वर्ल्ड रोज कन्वेंशन-2028 के आयोजन संबंधी बैठक को संबोधित किया। pic.twitter.com/5qQVgrHlCx
— Governor of Madhya Pradesh (@GovernorMP) July 8, 2025
परिचय किया प्रस्तुत
बैठक में वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ रोज सोसायटी के अध्यक्ष सुशील प्रकाश ने आयोजन से जुड़ी तैयारियों, संभावित कार्यक्रमों और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की भागीदारी को लेकर विस्तृत प्रजेंटेशन दिया। उन्हें इस अवसर पर संस्था का पहला भारतीय अध्यक्ष बनने पर सम्मानित भी किया गया। उच्च शिक्षा, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन ने राज्य मंत्री का स्वागत किया, जबकि पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिवशेखर शुक्ला ने कार्यक्रम का परिचय प्रस्तुत किया और आयोजन की रूपरेखा साझा की।
मध्यप्रदेश रोज सोसायटी के अध्यक्ष एस.एस. गर्दे ने अंत में आभार प्रदर्शन किया और बताया कि यह आयोजन प्रदेश के युवाओं, बागवानी विशेषज्ञों और गुलाब प्रेमियों को वैश्विक मंच से जोड़ने का जरिया बनेगा। आयोजन की तैयारियों में जनता की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।
