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MP सरकार दे रही मछुआरों की सुरक्षा को प्राथमिकता, जलाशयों में अत्याधुनिक तकनीकों से हो रही निगरानी

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Published On: 8 July 2025

भोपाल | मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि MP सरकार मछुआरों की सुरक्षा और समृद्धि को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इसी उद्देश्य से राज्य के प्रमुख जलाशयों में अत्याधुनिक तकनीकों से निगरानी की व्यवस्था की जा रही है।

24 घंटे निगरानी

मुख्यमंत्री के अनुसार, पायलट प्रोजेक्ट के तहत इंदिरा सागर जलाशय में ड्रोन, जीपीएस और सीसीटीवी युक्त कंट्रोल कमांड सेंटर स्थापित किया जा रहा है। इस प्रणाली के जरिये ब्रीडिंग ग्राउंड की पहचान, मत्स्य आखेट की निगरानी और आपात स्थितियों में मछुआरों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराई जा सकेगी। मुख्यालय स्तर से 24 घंटे निगरानी संभव होगी।

सुविधा का ध्यान

मत्स्य महासंघ की योजना के तहत, गांधी सागर और इंदिरा सागर के टापुओं पर 5 ट्रांजिट हाउस तथा जल क्षेत्र के मध्य 2 फ्लोटिंग प्लेटफ़ॉर्म बनाए जाएंगे। इन प्लेटफॉर्म पर सोलर चार्जिंग, भोजन निर्माण और बायो टॉयलेट जैसी सुविधाएं रहेंगी, जो मछुआरों के लिए खास तौर से वर्षा ऋतु में सुरक्षा और सुविधा का ध्यान रखेगी।

केवट प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना

इसके अलावा, भोपाल में 5 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक केवट प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की जा रही है। यह संस्थान केज कल्चर, बायोफ्लॉक, रिसर्कुलेटरी एक्वा कल्चर, फिश प्रोसेसिंग और वैल्यू एडिशन जैसी उन्नत तकनीकों पर प्रशिक्षण देगा। इससे मछुआ समुदाय को वैश्विक मानकों के अनुरूप दक्षता प्राप्त होगी और मत्स्य उत्पादन को नया आयाम मिलेगा।

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