भोपाल | राजधानी भोपाल के SOS बालग्राम में डेंगू जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए एक दिवसीय जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला का आयोजन जिला मलेरिया कार्यालय द्वारा किया गया, जिसका उद्देश्य बच्चों और स्टाफ को डेंगू के खतरे से सचेत करना और उनसे जुड़ी बचाव की जानकारियां साझा करना था।
जागरूकता कार्यशाला
कार्यशाला की मुख्य वक्ता जिला मलेरिया अधिकारी स्मृता नामदेव ने बताया कि डेंगू फैलाने वाला मच्छर एडीस एजिप्टाई साफ पानी में पनपता है और दिन के समय काटता है। उन्होंने बताया कि यदि हम अपने घर और आस-पास की सफाई रखें, पानी जमा न होने दें और पूरी बांह के कपड़े पहनें, तो डेंगू से आसानी से बचा जा सकता है। उन्होंने बालग्राम स्टाफ को बताया कि पानी से भरे गमले, कूलर, टायर, और छत पर रखे डिब्बों को नियमित साफ करें या उन्हें ढक कर रखें। बच्चों को मच्छरदानी में सुलाना और मच्छर भगाने वाले उपायों का उपयोग करना भी जरूरी है।
सर्वे किया लार्वा
इस मौके पर मलेरिया विभाग की टीम ने बालग्राम परिसर में लार्वा सर्वे किया और कुछ जगहों से रक्त की नमूनों की जांच भी की। साथ ही, परिसर में मौजूद स्थायी पानी के स्रोतों में गंबूसिया मछली छोड़ी गई, जो मच्छरों के लार्वा खाकर उनका प्रसार रोकती है।
ये लोग रहे शामिल
कार्यशाला में बालग्राम की प्रभारी प्रेरणा गुप्ता, नर्सिंग इंचार्ज रितु पटेल और अन्य स्टाफ सदस्य भी शामिल रहे। इस दौरान वाहक जनित रोग नियंत्रण सलाहकार रुचि सिलाकरी, मलेरिया निरीक्षक उर्मिला सिंह, और अन्य अधिकारियों ने मिलकर एंटी-लार्वा गतिविधियों का सफलतापूर्वक संचालन किया।
