इंदौर, MP Growth Conclave 2025 | इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में शुक्रवार को “मध्यप्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025” के अंतर्गत ‘भविष्य के लिए सतत हरित शहरीकरण’ विषय पर सत्र आयोजित हुआ। सत्र में हरित बुनियादी ढांचे, ऊर्जा दक्षता, जल संरक्षण, कार्बन क्रेडिट, स्मार्ट सिटी और नागरिकों की भागीदारी जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।
प्रमुख सचिव पर्यावरण नवनीत मोहन कोठारी ने कहा कि सरकार का लक्ष्य हरित नगरों के विकास के जरिए सतत विकास को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि शहरीकरण की प्रक्रिया ऐसी होनी चाहिए, जिससे पर्यावरण को न्यूनतम नुकसान पहुंचे और नागरिकों की जीवन गुणवत्ता में सुधार हो।
“शहरी विकास का भविष्य ले रहा आकार”
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर, इंदौर में “NEXT HORIZON- Building Cities of Tomorrow” की थीम पर आयोजित “मध्यप्रदेश ग्रोथ कॉन्क्लेव” का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्री @KailashOnline, जल… pic.twitter.com/A82MKUGkEJ
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) July 11, 2025
शहरीकरण की प्रक्रिया
- सीएसई की कार्यकारी निदेशक अनुमिता रॉय चौधरी ने कहा कि टिकाऊ शहरीकरण के लिए समुदायों की भागीदारी जरूरी है। उन्होंने भवन और वाहन क्षेत्र में बेहतर वेस्ट मैनेजमेंट और रीसाइक्लिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर बल दिया।
- रीएनर्जी डायनेमिक्स प्राइवेट के सीईओ वरुण कराड ने कहा कि ग्रीन बॉन्ड, कार्बन क्रेडिट और पीपीपी मॉडल को अपनाकर भविष्योन्मुखी शहरों का निर्माण किया जा सकता है।
- वर्बियो इंडिया के एमडी आशीष कुमार ने बायो फ्यूल क्षेत्र में नीति-आधारित PPP मॉडल की उपयोगिता बताते हुए निजी क्षेत्र में प्रमाणित तकनीक और विशेषज्ञता के योगदान पर जोर दिया।
- एसएस गैस लैब एशिया की जयंती गोएला ने कहा कि औद्योगिक विकास के बीच कार्बन फुटप्रिंट को नियंत्रित करने वाली ट्रांजिशन टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
- ईकेआई एनर्जी के उपाध्यक्ष सिद्धांत गुप्ता ने नेट ज़ीरो लक्ष्य, सस्टेनेबल प्लानिंग और कार्बन क्रेडिट मॉनिटरिंग जैसे विषयों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि तकनीक के साथ-साथ नीतिगत पारदर्शिता भी जरूरी है।
- सत्र में विशेषज्ञों ने इंटीग्रेटेड टाउन प्लानिंग, स्मार्ट सिटी परियोजनाओं और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी पर भी अपने विचार साझा किए।
बढ़ रहा शहरीकरण
सत्र के समापन पर पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से शहरीकरण हो रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि हरित दृष्टिकोण के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अवसंरचना का विकास किया जाना चाहिए।
