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MP में अब 30 चीते, कूनो में 28, गांधीसागर में 2; मादा चीता नभा की मौत से चिंता बढ़ी

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Published On: 12 July 2025

श्योपुर | MP के श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाई गई मादा चीता ‘नभा’ की शनिवार (12 जुलाई) को मौत हो गई। वह करीब 8 साल की थी। वन विभाग के मुताबिक, एक सप्ताह पहले सॉफ्ट रिलीज बोमा में शिकार के दौरान उसके बाएं पैर में फ्रैक्चर हो गया था। विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने इलाज किया, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ। वन विभाग ने बताया कि नभा की मौत के सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट से होगा। इस घटना के बाद कूनो में अब 26 चीते बचे हैं, जिनमें 9 वयस्क (6 मादा, 3 नर) और 17 भारत में जन्मे शावक शामिल हैं। वहीं, गांधीसागर अभयारण्य में दो नर चीते सुरक्षित हैं। यानी पूरे मध्यप्रदेश में अब कुल 30 चीते बचे हैं।

कूनो में फिलहाल 16 चीते खुले जंगल में स्वतंत्र रूप से विचरण कर रहे हैं। विभाग ने बताया कि सभी चीते स्वस्थ हैं और शिकार भी कर रहे हैं। उन्हें हाल ही में एंटी एक्टो-परजीवी दवा दी गई है। मादा चीते वीरा और निर्वा अपने शावकों के साथ सुरक्षित हैं।

पहले भी गई कई चीतों की जान

कूनो में चीतों की मौत का सिलसिला लंबे समय से जारी है। 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से 8 और 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते लाए गए थे। कुल 20 विदेशी चीतों में से अब तक 8 की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, 23 शावकों में से 7 की जान भी गई।

  • 26 मार्च 2023: मादा चीता साशा की किडनी संक्रमण से मौत।
  • 23 अप्रैल 2023: नर चीता उदय की दिल का दौरा पड़ने से मौत।
  • 9 मई 2023: मादा चीता दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत।
  • 11 व 14 जुलाई 2023: मेल चीतों तेजस और सूरज की आपसी संघर्ष में मौत।
  • 2 अगस्त 2023: मादा चीता धात्री की संक्रमण से मौत।
  • 16 जनवरी 2024: नर चीता शौर्य की मौत।
  • 27 अगस्त 2024: नर चीता पवन का शव नाले में मिला।

शावकों की मौत भी चिंता का विषय

  • 23 व 25 मई 2023: ज्वाला के तीन शावकों की गर्मी और डिहाइड्रेशन से मौत।
  • 28 नवंबर 2024: निर्वा के दो शावक क्षत-विक्षत हालत में मृत मिले।
  • 5 अगस्त 2024: गामिनी के शावक की रीढ़ की हड्डी टूटने से मौत।
  • नए शावकों का जन्म
  • 27 मार्च 2023: ज्वाला ने 4 शावकों को जन्म दिया।
  • 3 जनवरी 2024: आशा ने 3 शावक जन्मे।
  • 10 मार्च 2024: गामिनी ने 6 शावकों को जन्म दिया।
  • 22 नवंबर 2024 और 27 अप्रैल 2025: निर्वा ने क्रमश: 4 और 5 शावकों को जन्म दिया।

अब तक का लेखा-जोखा

कूनो में कुल 20 विदेशी चीते लाए गए, जिनमें से 8 की मौत हो चुकी है। 23 शावकों में से 7 की मृत्यु हो चुकी है। वर्तमान में कुल 30 चीते (28 कूनो में, 2 गांधीसागर में) हैं। वन विभाग का कहना है कि बचे हुए चीते कूनो के पारिस्थितिक तंत्र में अनुकूल हो चुके हैं और नियमित निगरानी में हैं। हालांकि, लगातार हो रही मौतों से चीता परियोजना की सफलता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।

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