इंदौर | MP के इंदौर नगर निगम की रिपोर्ट ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। निगम द्वारा 4 जुलाई को जारी जानकारी में खुलासा हुआ है कि शहर में 6.63 लाख समग्र ID फर्जी पाई गई हैं। इस चौंकाने वाले घोटाले को लेकर सोमवार को कांग्रेस नेताओं ने मोर्चा खोला। पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा, पूर्व पार्षद दिलीप कौशल और नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर आरोप लगाए।
सज्जन वर्मा ने कहा कि समग्र ID एक अहम दस्तावेज है। इसके जरिए राशन, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य योजनाओं का लाभ मिलता है। ऐसे में फर्जी ID से करोड़ों की सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ।
“सोची-समझी साजिश”
उन्होंने कहा कि यह घोटाला एक सोची-समझी साजिश है, जिसमें लाखों फर्जी लाभार्थी तैयार कर भाजपा सरकार ने योजनाओं में भ्रष्टाचार किया। इसमें सरकारी अधिकारियों की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए। पूर्व मंत्री ने याद दिलाया कि पूर्व कलेक्टर मनीष सिंह की रिपोर्ट में भी 13,502 फर्जी समग्र ID उजागर हुई थीं। इन्हीं के आधार पर 2.60 लाख फर्जी मतदाताओं को हटाया गया था।
हाईकोर्ट में किया गया पेश
उस रिपोर्ट को शपथ पत्र के साथ हाईकोर्ट में भी पेश किया गया था। सज्जन वर्मा ने कहा कि अब फिर बड़ा घोटाला सामने आया है, जो उस पहले मामले से कहीं अधिक गंभीर है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को केवल नगर निगम तक सीमित नहीं रखा है। राहुल गांधी ने भी लोकसभा में यह विषय उठाया है और यह अब राष्ट्रीय घोटाले का रूप ले चुका है।
योजनाएं प्रभावित
इंदौर से शुरू हुई यह फर्जी मतदाता सूची की गड़बड़ी अब कर्नाटक, महाराष्ट्र और बिहार तक पहुंच चुकी है। वहां भी लाखों फर्जी ID के जरिए योजनाएं प्रभावित हुई हैं। पूर्व पार्षद दिलीप कौशल ने बताया कि KYC के नाम पर कई असली पात्र नागरिकों की ID भी बंद कर दी गई हैं। अब ये लोग परेशान हो रहे हैं और ID दोबारा चालू कराने में पैसा खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया पूरी तरह निशुल्क होनी चाहिए, लेकिन अव्यवस्था के चलते पात्र लोग भी भटक रहे हैं। यह प्रशासन की गंभीर लापरवाही है।
की गई ये मांग
नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर संगठनात्मक आंदोलन की तैयारी कर रही है। जल्दी ही पार्षद दल की बैठक बुलाकर आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ आंकड़ों का मामला नहीं, बल्कि आम जनता के हक और योजनाओं के धन की लूट का मामला है। भाजपा को जवाब देना ही होगा। पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा के निर्देश पर सोमवार को दिलीप कौशल ने संभागायुक्त, कलेक्टर और निगमायुक्त को अभ्यावेदन सौंपा। इसमें जांच, FIR, दोषियों पर कार्रवाई और असली ID बहाल करने की मांग की गई।
