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इंदौर में नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई, 1900 किलो महुआ लाहन जब्त; 75 मामले दर्ज

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Published On: 16 July 2025

इंदौर | जिले में अवैध शराब और नशीले पदार्थों की बिक्री, परिवहन और संग्रहण पर लगाम लगाने के लिए आबकारी विभाग ने बीते एक सप्ताह में सख्त मोर्चा खोल दिया है। इस दौरान विभाग ने अलग-अलग इलाकों में ताबड़तोड़ छापामारी करते हुए कुल 75 प्रकरण दर्ज किए हैं। कार्रवाई के दौरान 311 लीटर देशी और विदेशी शराब, एक मोटरसाइकिल और लगभग 1900 किलो महुआ लाहन जब्त किया गया। बरामद सामग्री की कुल कीमत करीब 3.5 लाख रुपए बताई जा रही है।

चला सर्च ऑपरेशन

आबकारी विभाग की विशेष टीम ने इंदौर शहर और आसपास के कई इलाकों में गुप्त सूचना के आधार पर एक के बाद एक दबिश दी। निरंजनपुर, बजरंग नगर, राऊ बायपास स्थित बल्ले-बल्ले ढाबा, राजा ढाबा, कंकड़ मराठा ढाबा, हातोद का निहारिका ढाबा, बिजलपुर, रंगवासा, अपना पंजाबी ढाबा, वीर द महफिल, आशियाना ढाबा (परदेशीपुरा), माणिकबाग, सोलसिंदा, अजनोद, मानपुर और तिल्लौर खुर्द जैसे स्थानों को इस विशेष अभियान के दायरे में लाया गया।

टीम ने कई जगहों से कच्ची शराब की भट्टियां नष्ट कीं और भारी मात्रा में अवैध महुआ लाहन को मौके पर ही नष्ट कर दिया। वहीं, 311 लीटर शराब को जब्त करते हुए एक बाइक भी कब्जे में ली गई, जिसका इस्तेमाल शराब की ढुलाई में किया जा रहा था।

50 से अधिक आरोपियों पर दर्ज हुए प्रकरण

इस सघन अभियान के दौरान 50 से ज्यादा लोगों के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें विनायक, रामस्वरूप, सिद्धांत, सागर, कमल, राजेश, सुशील, गोविंद, प्रेमचंद, अजय, लीलाबाई, गुरमीत, जसविंदर, फूलसिंह, नीतीश, रवि और मोंटी जैसे नाम शामिल हैं।

जिला स्तर पर जुटी पूरी टीम

इस व्यापक कार्रवाई का नेतृत्व जिला उड़नदस्ता प्रभारी देवेश चतुर्वेदी और कंट्रोल रूम प्रभारी मनोज अग्रवाल ने किया। अभियान में विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारियों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई।

आबकारी विभाग के सहायक आयुक्त अभिषेक तिवारी ने बताया कि यह अभियान आने वाले दिनों में और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा, “शहर और गांवों में अवैध शराब के धंधे पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए हम सघन जांच और छापेमारी को नियमित रूप से जारी रखेंगे।”

जनता से सहयोग की अपील

विभाग ने आम लोगों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तत्काल संबंधित थाने या आबकारी विभाग को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।

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