ग्वालियर | ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बुधवार देर रात ग्वालियर के सिविल अस्पताल हजीरा, बिरला नगर और मोतीझील वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री ने हजीरा अस्पताल के गंदे वॉशरूम को देखकर खुद सफाई की और जिम्मेदार अफसरों को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। ICU में भर्ती मरीजों का हालचाल जानने पहुंचे मंत्री तोमर ने बिरला नगर अस्पताल का भी जायजा लिया। उन्होंने स्टाफ से इलाज, साफ-सफाई और बिजली आपूर्ति को लेकर जानकारी ली।
उपनगर ग्वालियर के कई इलाकों में गंदा पानी आने की शिकायतों के बाद मंत्री देर रात मोतीझील जल संयंत्र पहुंचे और पूरी व्यवस्था की जांच की।
औचक निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान प्लांट पर जिम्मेदार अधिकारी मौजूद नहीं मिले। इस पर तोमर ने तत्काल निगमायुक्त संघप्रिय से फोन पर बात कर नाराजगी जताई और अनुपस्थित कर्मचारियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लापरवाह अफसरों के खिलाफ पंचनामा बनाकर विभाग को भेजा जाए।
दिए सख्त निर्देश
मौके पर मौजूद कर्मचारियों से जल शुद्धिकरण प्रक्रिया की जानकारी ली गई। मंत्री ने पूछा कि कहीं पानी लोगों की सेहत के लिए हानिकारक तो नहीं। जवाब में बताया गया कि दिन में दो से तीन बार सैंपल लेकर जांच की जाती है और मानकों के अनुसार ही जल सप्लाई होती है। तोमर ने कहा कि पानी की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। जनता को साफ और सुरक्षित पानी देना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि नियमित निरीक्षण करें और जनशिकायतों का समय पर समाधान हो।
