इंदौर | मध्य प्रदेश के इंदौर से लगे खुड़ैल इलाके में एक मासूम की ज़िंदगी जहरीले पदार्थ की चपेट में आकर खत्म हो गई। घटना ने पूरे मोहल्ले को हिला दिया। डेढ़ साल का प्रियांश, खेलते-खेलते एक ऐसी बोतल तक पहुंच गया जिसमें ज़हर छुपा बैठा था। परिवार को ये भनक भी नहीं थी कि घर के बाहर रखा एक लापरवाही भरा सामान, उनकी दुनिया उजाड़ देगा। रात करीब 11 बजे की बात है, प्रियांश घर के बाहर बरामदे में पड़ोसी बच्चों के साथ खेल रहा था। पड़ी एक बोतल, जो कीटनाशक से भरी थी, उसके हाथ लग गई। मासूम ने खेल-खेल में उसे मुंह से लगा लिया। कुछ ही मिनटों में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। अचानक उसके मुंह से खून निकलने लगा।
मां की नजर पड़ी तो वो घबरा गई। परिजनों ने बिना देर किए उसे नजदीकी निजी अस्पताल पहुंचाया, जहां हालत गंभीर देखकर उसे तुरंत एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने उसे बचाने की हरसंभव कोशिश की, लेकिन रात करीब 1:30 बजे प्रियांश की सांसें हमेशा के लिए थम गईं।
मृत किया घोषित
खुड़ैल पुलिस के अनुसार, बच्चे के पिता ओमकार उसे एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे थे। डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। ओमकार पेशे से एक बारदाना बनाने वाली कंपनी में काम करते हैं। मूल रूप से उनका परिवार भिंड जिले के बरथरा गांव का रहने वाला है। 7 महीने पहले ही रोजगार के सिलसिले में वे इंदौर शिफ्ट हुए थे। ओमकार की दो बेटियां भी हैं। प्रियांश उनका सबसे छोटा और सबसे चहेता बच्चा था। उसकी मुस्कान पूरे घर की जान मानी जाती थी।
दी चेतावनी
इस हादसे ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि घरों के आसपास रखे खतरनाक रसायन और कीटनाशक कितने घातक हो सकते हैं, खासकर तब जब छोटे बच्चे आसपास हों। लापरवाही कभी-कभी इतनी भारी पड़ जाती है कि पूरी ज़िंदगी पछताने को मजबूर कर देती है। डॉक्टरों ने प्रियांश के शव को मॉर्चुरी में रखवा दिया है। पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। उधर पूरे मोहल्ले में गम का माहौल है। किसी को विश्वास नहीं हो रहा कि चंद घंटे पहले हंसता-खेलता बच्चा अब इस दुनिया में नहीं है।
