भोपाल | मध्य प्रदेश के भोपाल के कोलार क्षेत्र के ग्राम बंजारी में स्थित एक्स्टॉल कॉलेज के संचालक ज्ञानेंद्र भटनागर का घर इन दिनों चर्चा में है, लेकिन इस बार वजह शिक्षा नहीं, बल्कि नगर निगम की बुलडोजर कार्रवाई है। 18 जुलाई को नगर निगम की टीम ने ज्ञानेंद्र के घर पहुंचकर गेट और बाउंड्रीवॉल समेत निर्माण के कुछ हिस्सों को तोड़ दिया। इस कार्रवाई की जानकारी बुधवार को तब सामने आई, जब भटनागर एडिशनल पुलिस कमिश्नर अवधेश गोस्वामी के दफ्तर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की शिकायत दर्ज कराई।
ज्ञानेंद्र का आरोप
ज्ञानेंद्र भटनागर का आरोप है कि नगर निगम की यह कार्रवाई पूरी तरह से एकतरफा, अवैधानिक और एक पुराने आपराधिक इतिहास वाले व्यक्ति सोनू पचौरी के इशारे पर की गई। उन्होंने दावा किया कि जिस निर्माण को अवैध बताकर तोड़ा गया, वह करीब बीस साल पुराना था और वैध रूप से उनके नाम दर्ज एक एकड़ जमीन पर स्थित था।
सबसे गंभीर आरोप यह है कि तोड़फोड़ के तुरंत बाद सोनू पचौरी के गुर्गों ने उस जमीन पर कब्जा कर लिया और अब खुद भटनागर को उनके अपने घर में घुसने नहीं दिया जा रहा है। भटनागर के मुताबिक, कार्रवाई के दौरान पुलिस मूकदर्शक बनी रही और यहां तक कि उनके बेटे आदित्य को धमकाने वाले पुलिसकर्मी का वीडियो भी उनके पास मौजूद है।
मौन रहने का पुलिस पर लगाया आरोप
उनका यह भी कहना है कि सोनू पचौरी व्यापम घोटाले का आरोपी रहा है, जेल की हवा खा चुका है और टीटी नगर इलाके में गोलीकांड में भी उसका नाम आ चुका है। इसके बावजूद, स्थानीय पुलिस और प्रशासनिक तंत्र उसकी गुंडागर्दी के सामने मौन है। दूसरी ओर, नगर निगम के अतिक्रमण अधिकारी मधुसूदन तिवारी का कहना है कि कार्रवाई निगम की बिल्डिंग परमिशन टीम ने की और केवल नियम विरुद्ध बने हिस्से को ही तोड़ा गया।
टीआई ने कही ये बात
कोलार थाना प्रभारी संजय सोनी ने पुलिस पर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि नगर निगम की ओर से विधिवत बल की मांग की गई थी, जिसे कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर भेजा गया।
