भोपाल | MP में किसानों का सब्र अब जवाब देने लगा है। मूंग और उड़द उपार्जन नीति 2025 में हुई अनियमितताओं को लेकर किसान कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर करारा हमला बोला है। किसान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह चौहान ने एक प्रेस नोट जारी कर कहा है कि “किसानों का शोषण ही भाजपा का पोषण है।”
किसान कांग्रेस का आरोप
किसान कांग्रेस का आरोप है कि सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल खरीद का वादा तो किया, लेकिन उसे निभाने में भारी चालाकी और मनमानी दिखाई। 30 जुलाई तक स्लॉट बुकिंग की तय सीमा को बीच में ही 24 जुलाई को बंद कर दिया गया। फिर 31 जुलाई को एक दिन के लिए इसे पुनः खोला गया। चौहान का कहना है कि यह दोहरी नीति किसानों को भ्रमित करने के लिए अपनाई गई, ताकि भाजपा के समर्थक बिचौलिए मंडियों से सस्ती दरों पर मूंग खरीद कर उसे MSP पर सरकारी खरीद में बेच सकें।
किसानों के साथ विश्वासघात
उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम प्रदेश के लाखों किसानों के साथ विश्वासघात है, जिससे मूंग के दाम अचानक गिर गए और किसान मजबूर होकर औने-पौने दाम में अपनी फसल बेचने को मजबूर हो गया। यही नहीं, चौहान ने इसे संगठित कालाबाजारी की साजिश बताया और कहा कि सरकार की मिलीभगत से बिचौलियों ने करोड़ों का फायदा उठाया।
कार्यशैली पर सवाल
इसके साथ ही, खाद संकट को लेकर भी चौहान ने सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि सरकारी गोदामों और सहकारी समितियों में खाद उपलब्ध नहीं है, लेकिन प्राइवेट दुकानों पर ऊंचे दाम पर धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। डीएपी, यूरिया और नैनो खाद की भारी किल्लत के चलते किसान धान और अन्य खरीफ फसलों की बुवाई नहीं कर पा रहे। प्रदेश के कई जिलों में किसान सड़क पर उतर चुके हैं, लेकिन सरकार सिर्फ कांग्रेस पर आरोप मढ़ रही है।
आर-पार के मूड में किसान
किसान कांग्रेस की मांग है कि सरकार तुरंत स्लॉट बुकिंग फिर शुरू करे, मूंग और उड़द की खरीदी 31 अगस्त तक जारी रखे और खाद संकट को 3 दिनों में हल करे। चौहान ने चेताया कि यदि किसानों को न्याय नहीं मिला तो प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन होगा। जय जवान जय किसान के नारों के साथ किसान कांग्रेस अब आर-पार के मूड में है।
