भोपाल | MP में यातायात व्यवस्था को स्मार्ट और सुलभ बनाने की दिशा में सरकार ने एक बड़ी पहल की है। मुख्यमंत्री सुगम परिवहन सेवा के तहत राज्य में जल्द ही अंतरशहरी बस सेवा की शुरुआत की जा रही है। इस महत्वाकांक्षी योजना का पहला चरण उज्जैन-इंदौर रूट से शुरू होगा, जबकि आगे जबलपुर, सागर, रीवा, ग्वालियर, नर्मदापुरम, शहडोल और चंबल जैसे क्षेत्रों को भी इस नेटवर्क में जोड़ा जाएगा।
दो प्रमुख सेवाएं
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली राज्य स्तरीय समिति इस योजना की निगरानी कर रही है। योजना के तहत दो प्रमुख सेवाएं चलाई जाएंगी- सिटी बस सेवा और अंतरशहरी बस सेवा। अंतरशहरी सेवा के अंतर्गत दो शहरों के बीच बिना रुकावट और निर्धारित समय पर बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा। वहीं, सिटी बस सेवा शहरी क्षेत्रों में लोगों को स्थानीय आवागमन की सुविधा देगी।
योजना का उद्देश्य
फिलहाल, उज्जैन-इंदौर मार्ग पर ट्रैफिक पैटर्न, सवारियों की संख्या, रूट की लंबाई और यातायात दबाव को देखते हुए सर्वेक्षण कार्य शुरू कर दिया गया है। इसी तरह जबलपुर और सागर में भी ट्रैफिक सर्वे का काम प्रारंभ हो चुका है, जबकि अन्य संभागीय मुख्यालयों में भी जल्द ही यह प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
योजना के तहत, आधुनिक बस डिपो, स्टॉपेज और टर्मिनलों का निर्माण भी प्रस्तावित है, जो पीपीपी (पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप) मॉडल के तहत होगा। इसका उद्देश्य न केवल यातायात की सुविधा बढ़ाना है, बल्कि निजी क्षेत्र की भागीदारी से सेवा को टिकाऊ और कुशल बनाना भी है।
नागरिकों को राहत
मध्यप्रदेश सरकार का मानना है कि सुगम और व्यवस्थित सार्वजनिक परिवहन से न केवल नागरिकों को राहत मिलेगी, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी और निजी वाहनों पर निर्भरता घटेगी। इस योजना से रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
