इंदौर | मध्य प्रदेश के इंदौर में रक्षाबंधन के त्योहार को इस बार कुछ खास अंदाज़ में मनाया जा रहा है। शहर की 30 सरकारी उचित मूल्य की दुकानों को अब “जन पोषण केंद्र” के रूप में बदला गया है। इस नवाचार के पीछे मकसद आम लोगों को जरूरी और पोषणयुक्त वस्तुएं सस्ते दामों पर उपलब्ध कराना है। साथ ही, त्योहार के दौरान उनकी जेब पर अतिरिक्त बोझ ना पड़े।
कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर शुरू किए गए इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत इन केंद्रों पर ना केवल राशन उपलब्ध है, बल्कि अब राखी, नारियल, सांची पेड़ा और अन्य त्योहार से जुड़ी सामग्री भी कम दामों पर खरीदी जा सकती है।
जन पोषण केंद्र का सफर
फूड कंट्रोलर एमएल मारू के अनुसार, यह प्रदेश की एक अनोखी पहल है जहां परंपरागत पीडीएस (Public Distribution System) दुकानों को बहुउद्देशीय केंद्रों में बदला जा रहा है। इन जन पोषण केंद्रों पर ना सिर्फ राशन मिल रहा है, बल्कि दाल, तेल, मसाले और त्योहारों के विशेष उत्पाद जैसे पेड़ा और नारियल भी मुहैया कराए जा रहे हैं।
राशन डीलरों के लिए नई कमाई का रास्ता
इस बदलाव से उचित मूल्य दुकानों के संचालकों को भी फायदा हो रहा है। उन्हें अतिरिक्त वस्तुओं की बिक्री का अवसर मिला है जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी हो सकती है। यही नहीं, पोषण से जुड़ी वस्तुएं जैसे फोर्टिफाइड आटा, आयरन युक्त नमक आदि भी इन केंद्रों पर प्राथमिकता से रखे जा रहे हैं।
डिजिटल टूल्स और ट्रेनिंग से लैस केंद्र
इन केंद्रों के सुचारु संचालन के लिए विक्रेताओं को उद्यमिता विकास से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया है। साथ ही, डिजिटल टूल्स और सहायता प्रणालियों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, ताकि उपभोक्ताओं को तेज और सटीक सेवा मिल सके।
