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ग्वालियर में नशामुक्ति केंद्र की हैवानियत, पीएनबी अफसर पंकज शर्मा की मौत; यूपी से एक और आरोपी गिरफ्तार

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Published On: 20 August 2025

ग्वालियर | मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मिनी गोल्डन संस्कार नशामुक्ति केंद्र की क्रूरता का एक और चौंकाने वाला पहलू सामने आया है। पंजाब नेशनल बैंक के फील्ड ऑफिसर पंकज शर्मा की पीट-पीटकर हत्या के मामले में पुलिस ने मंगलवार को एक और आरोपी को दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपी कृष्ण मुरारी दीक्षित है, जिसे उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के पचदेवरा गांव से पकड़कर ग्वालियर लाया गया। इससे पहले इसी केस में आरोपी रवि तोमर की गिरफ्तारी हो चुकी है। दोनों ने पुलिस पूछताछ में कबूल किया कि पंकज की बेरहमी से पिटाई उन्होंने ही की थी।

रस्सी से बांधकर दी गई थी यातना

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि मारपीट के दौरान कृष्ण मुरारी दीक्षित ने पंकज को रस्सी से बांध दिया था, जिसके बाद उसे निर्दयता से पीटा गया। यही चोटें उसकी मौत का कारण बनीं। मामले में अभी भी तीन आरोपी केंद्र संचालक विशाल कांकर, हर्ष शिंदे और धर्मेंद्र जादौन फरार हैं। इनकी तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है।

कैसे हुई थी वारदात

33 वर्षीय पंकज शर्मा, जो मुरार के त्यागी नगर निवासी थे, पंजाब नेशनल बैंक की क्रेडिट शाखा में फील्ड ऑफिसर के पद पर कार्यरत थे। कुछ समय से वे नशे की चपेट में आ गए थे। उनकी हालत देखते हुए परिवार ने 25 जुलाई को उन्हें शनिचरा रोड स्थित मिनी गोल्डन संस्कार नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया।

12 अगस्त को पंकज सहित कई युवक केंद्र से भाग निकले। हालांकि, पंकज घर पहुंच गए और सामान्य हालत में थे। परिजनों ने केंद्र को इसकी जानकारी दी। अगले दिन केंद्र के स्टाफ ने उन्हें दोबारा पकड़कर वापस भर्ती कर लिया। लेकिन 13 अगस्त की सुबह ही परिजनों को फोन आया कि पंकज की तबीयत बिगड़ गई है और उन्हें ट्रॉमा सेंटर ले जाया जा रहा है। जब परिजन अस्पताल पहुंचे तो वे स्तब्ध रह गए। पंकज का शव स्ट्रेचर पर पड़ा था, शरीर पर जगह-जगह चोटों के गहरे निशान थे।

हत्या का केस दर्ज

पंकज के छोटे भाई कपिल शर्मा की शिकायत पर पुलिस ने केंद्र संचालक विशाल कांकर, हर्ष शिंदे, धर्मेंद्र जादौन, रवि तोमर और कृष्ण मुरारी दीक्षित के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया। दो आरोपी सलाखों के पीछे हैं, जबकि तीन की तलाश जारी है।

यूपी से दबोचा गया आरोपी

सीएसपी नागेंद्र सिंह ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमों को भिंड और इटावा भेजा गया। सूचना मिली कि कृष्ण मुरारी अपने गांव पचदेवरा में छिपा हुआ है और भागने की तैयारी कर रहा है। पुलिस ने घेराबंदी की और उसे गिरफ्तार कर लिया।फिलहाल, पुलिस का जोर फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर है, जबकि यह सवाल अभी भी ग्वालियर में गूंज रहा है कि मरीजों की देखभाल के नाम पर चल रहे नशामुक्ति केंद्रों में आखिर कितनी और लापरवाहियां और अमानवीयता छिपी हुई हैं।

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