भोपाल | अगस्त का महीना खत्म होने को है, लेकिन मध्य प्रदेश (MP) में बारिश लगातार बनी हुई है। रविवार को प्रदेश के करीब 30 जिलों में हल्की से लेकर तेज बारिश देखने को मिली। कहीं रुक-रुक कर बूंदाबांदी हुई तो कहीं झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
मौसम विभाग का कहना है कि इस समय प्रदेश में सिनॉप्टिक मौसमी परिस्थितियां बनी हुई हैं। उत्तर-पूर्वी मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में लो प्रेशर एरिया सक्रिय है, जो अगले 24 घंटे में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए धीरे-धीरे कमजोर हो सकता है। वहीं बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात और मानसून ट्रफ लाइन के कारण प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है।
आज इन जिलों में होगी बारिश
रविवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, दतिया, गुना, नर्मदापुरम, शिवपुरी, विदिशा, उज्जैन, दमोह, जबलपुर, बालाघाट, सीधी, सागर और मुरैना सहित कई जिलों में बारिश दर्ज की गई। इससे कई जगहों पर पानी भर गया और ग्रामीण इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी हुई है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों को भारी बताया है। खरगोन, बड़वानी, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, भोपाल, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, देवास, मंदसौर, जबलपुर, बालाघाट, विदिशा और शहडोल जैसे जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
इसके अलावा गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना और श्योपुरकलां जिलों में अतिभारी बारिश, झंझावात और वज्रपात की चेतावनी दी गई है। वहीं सिंगरौली, रीवा, सीधी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिलों में भी तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के मुताबिक, पश्चिमी मध्य प्रदेश के कई जिलों में फ्लैश फ्लड का खतरा बना हुआ है। खासकर भिंड, ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी और श्योपुर जैसे इलाकों में निचले क्षेत्रों में पानी भरने की आशंका है।
बारिश के आंकड़ें
बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो प्रदेश में औसतन 34.2 इंच बारिश हो चुकी है। विभाग का कहना है कि यदि 2.8 इंच और बारिश होती है तो इस साल का औसत कोटा पूरा हो जाएगा। गुना में अब तक 52 इंच बारिश दर्ज की गई है, जबकि मंडला और अशोकनगर में भी 50 इंच का आंकड़ा पार कर लिया गया है।
लगातार हो रही बारिश ने जहां किसानों को राहत दी है, वहीं बाढ़ और जलभराव से आम लोगों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं। आने वाले दिनों में मौसम कैसा रहेगा, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।