भिंड जिले में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव और स्थानीय विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह के बीच हुआ विवाद अब पुलिस थाने तक पहुंच गया है। दोनों ही पक्षों ने घटना के चार दिन बाद कोतवाली में लिखित शिकायतें दीं। पुलिस ने फिलहाल शिकायतों को वरिष्ठ अधिकारियों के पास भेज दिया है और उनके निर्देश के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विवाद
विवाद की शुरुआत 27 अगस्त को तब हुई जब विधायक कुशवाह खाद की किल्लत को लेकर अपने समर्थकों के साथ कलेक्टर के सरकारी निवास पर पहुंचे। उस समय कलेक्टर अस्वस्थ थे और आराम कर रहे थे। सूचना मिलने पर वे गेट तक आए, लेकिन मुलाकात बातचीत की बजाय तीखी बहस में बदल गई।
40 से अधिक कॉल मिस
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक विधायक ने कलेक्टर को हाथ से पीछे किया। इस पर कलेक्टर गुस्से में आकर उंगली दिखाते हुए औकात शब्द का इस्तेमाल कर बैठे। इसके जवाब में विधायक भड़क गए और अपशब्दों का सहारा लेते हुए मारपीट की स्थिति में पहुंच गए। इसी दौरान कलेक्टर ने कहा, “मैं रेत की चोरी नहीं चलने दूंगा,” जिस पर विधायक ने पलटवार किया, “तू सबसे बड़ा चोर है।” मामला इतना बढ़ा कि विधायक ने कलेक्टर का मोबाइल फोन छीन लिया, जब वे वीडियो बनाने की कोशिश कर रहे थे। करीब चार घंटे तक मोबाइल विधायक के पास ही रहा। इस दौरान 40 से अधिक कॉल मिस हो गए, जिनमें प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं, मंत्रियों और अफसरों के फोन भी शामिल थे। आखिरकार पुलिस की मध्यस्थता से फोन लौटाया गया।
बढ़ा तनाव
विवाद के दौरान गार्ड्स ने बीच-बचाव कर दोनों को अलग किया, लेकिन तनाव कम नहीं हुआ। विधायक अपने समर्थकों के साथ बंगले पर घंटों धरने पर बैठे रहे। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी लगातार स्थिति संभालने की कोशिश करते रहे। मुख्यमंत्री निवास से हस्तक्षेप के बाद विधायक धरने से उठे। इसके बाद विधायक भोपाल पहुंचे, जहां बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल समेत शीर्ष नेताओं ने उन्हें कड़ा संदेश दिया और संगठन की मर्यादा में रहने की नसीहत दी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात के बाद कुशवाह वापस भिंड लौटे।
गंभीर आरोप
वहीं, कलेक्टर ने पुलिस को दी शिकायत में विधायक पर फोन छीनने और अपशब्द कहने जैसे गंभीर आरोप लगाए। दूसरी ओर विधायक ने भी देर रात आवेदन देकर आरोप लगाया कि कलेक्टर ने उन्हें उंगली दिखाकर धमकाया और हत्या कराने तक की बात कही।
मामले ने प्रशासनिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। आईएएस एसोसिएशन ने कलेक्टर के साथ हुई घटना पर कड़ी आपत्ति जताई है। प्रमुख सचिव से मुलाकात कर अधिकारियों ने अपना विरोध दर्ज कराया। भिंड में कार्यरत रह चुके आईएएस अधिकारी इलैया राजा टी और रश्मि अरुण शमी समेत कई अफसरों ने स्पष्ट कहा कि इस तरह की घटनाएं प्रशासनिक गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं।