बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पतौर परिक्षेत्र में 28 अगस्त को 12 ग्रामीणों की गिरफ्तारी के बाद क्षेत्र में आक्रोश गहराता जा रहा है। ग्रामीणों पर आरोप है कि वे बिना अनुमति जंगल में घुसकर पिहरी (जंगली सब्जी) तोड़ रहे थे। इस कार्रवाई के विरोध में बुधवार को ग्रामीणों ने कांग्रेस पदाधिकारियों के साथ एसडीओ कार्यालय का घेराव कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस की आम सभा
कांग्रेस ने पनपथा में एक आम सभा आयोजित कर ग्रामीणों की गिरफ्तारी को गलत ठहराया। सभा के बाद कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों ने मिलकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस नेताओं का कहना था कि जंगल से सब्जी तोड़ने को अपराध बताकर ग्रामीणों पर मुकदमे दर्ज करना अन्याय है।
प्रशासन की सख्ती
घेराव की सूचना मिलते ही प्रशासन ने पुलिस बल की बड़ी संख्या मौके पर तैनात कर दी। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) के अधिकारी और कर्मचारी भी वहां मौजूद रहे। पनपथा बैरियर पर पुलिस और बीटीआर की टीम ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया।
भाजपा ने उठाई आवाज
इस मामले में राजनीति भी गरमा गई है। भाजपा जिलाध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल ने कलेक्टर और टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक को पत्र लिखकर जांच की मांग की। उनका कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच कर ग्रामीणों को न्याय मिलना चाहिए।
कांग्रेस नेताओं की चेतावनी
कांग्रेस विधायक फुंदेलाल मार्को ने गिरफ्तारी को अनुचित बताते हुए कहा कि यह कार्रवाई गरीब ग्रामीणों के साथ अन्याय है। वहीं, जिलाध्यक्ष विजय कोल ने चेतावनी दी कि यदि दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए गए तो वे ग्रामीणों के साथ राज्यपाल से मिलेंगे और इस मुद्दे को विधानसभा में भी जोर-शोर से उठाएंगे।
तहसीलदार का आश्वासन
इस बीच तहसीलदार दिलीप सोनी ने प्रदर्शनकारियों को आश्वस्त किया कि उनका ज्ञापन उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा और आगे की कार्यवाही उसी आधार पर होगी।
