MGM मेडिकल कॉलेज इंदौर के अस्पताल में नवजातों की सुरक्षा को लेकर गंभीर लापरवाही सामने आई है। अस्पताल के एनआईसीयू वार्ड में भर्ती बच्चों को चूहों द्वारा काटे जाने की घटना ने स्वास्थ्य विभाग को सकते में डाल दिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सा स्वास्थ्य आयुक्त भोपाल ने कॉलेज डीन डॉक्टर अरविंद घनघोरिया को नोटिस जारी कर तत्काल स्पष्टीकरण मांगा है।
प्रथम दृष्टया बड़ी लापरवाही
स्वास्थ्य आयुक्त की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि एनआईसीयू जैसे संवेदनशील वार्ड में इस प्रकार की घटना होना गंभीर गैर जिम्मेदारी को दर्शाता है। प्रथम दृष्टया यह प्रशासनिक लापरवाही और सुरक्षा प्रबंधन की बड़ी चूक है। नोटिस में स्पष्ट लिखा गया है कि डीन तत्काल इस संबंध में अपना पक्ष रखें, अन्यथा आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
अस्पताल की छवि पर धक्का
यह मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन और कॉलेज प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। नवजात शिशुओं की देखभाल और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता मानी जाती है। ऐसे में अस्पताल के भीतर ही चूहों का पहुंच जाना और बच्चों को कुतरना न केवल बच्चों के जीवन को खतरे में डालता है, बल्कि पूरे संस्थान की विश्वसनीयता पर भी धक्का है।
परिवारों में आक्रोश
घटना से प्रभावित परिवारों ने अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर नाराजगी जताई है। परिजनों का कहना है कि जब एनआईसीयू जैसे वार्ड में बच्चों को सुरक्षित नहीं रखा जा सकता, तो अस्पताल पर भरोसा कैसे किया जाए। कई परिजनों ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच और जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
आगे की कार्यवाही
नोटिस जारी होने के बाद अब डीन से विस्तृत रिपोर्ट आने का इंतजार है। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि लापरवाही साबित होने पर कठोर कदम उठाए जाएंगे। साथ ही, अस्पताल परिसर में स्वच्छता और कीट नियंत्रण व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
