मध्य प्रदेश किसान कांग्रेस ने संगठन को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। प्रदेश अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह चौहान ने 31 जिलों में अध्यक्षों की घोषणा कर दी है, जबकि 24 जिलों के नामों पर अभी मंथन जारी है। भोपाल शहर से राघवेंद्र सिंह मीणा और भोपाल ग्रामीण से राम मेहर को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। चौहान ने स्पष्ट किया कि एक सप्ताह के भीतर शेष जिलों के अध्यक्ष भी घोषित कर दिए जाएंगे।
किसान कांग्रेस ने संगठन विस्तार के साथ ही सरकार को घेरने का रोडमैप भी तैयार किया है। चौहान ने कहा कि प्रदेश में किसानों को लगातार संकटों का सामना करना पड़ रहा है। लैंड पूलिंग एक्ट से लेकर खाद की कमी तक, समस्याओं का अंबार है। उन्होंने कहा कि जैसे ही जिला अध्यक्षों की पूरी टीम घोषित हो जाएगी, किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ा जाएगा।
खाद घोटाला
मुख्यमंत्री और सरकार द्वारा खाद संकट से इनकार पर चौहान ने तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि यह केवल संकट नहीं बल्कि बड़ा घोटाला है। चौहान ने कहा कि 266 रुपये की यूरिया की बोरी 450 से 600 रुपये में बेची जा रही है। मैंने खुद बुधनी विधानसभा में देखा, जहां से शिवराज सिंह चौहान लोकसभा में कृषि मंत्री हैं, वहाँ यूरिया 500 रुपये और खाद की बोरी 1700 रुपये में बिक रही है।
उन्होंने कहा कि यह स्थिति साबित करती है कि सरकार किसानों की नहीं, उद्योगपतियों की हितैषी है। खाद वितरण केंद्रों पर महिलाएँ और किसान घंटों लाइन में खड़े रहने को मजबूर हैं, जो पहले कभी नहीं हुआ।
कांग्रेस करेगी आंदोलन
किसान कांग्रेस ने साफ संकेत दिए कि यदि हालात नहीं सुधरे तो आंदोलन तेज किया जाएगा। चौहान ने कहा कि कालाबाजारी को बेनकाब करने के लिए कार्यकर्ता सभी वितरण केंद्रों और जिला मुख्यालयों पर घेराव करेंगे। इसके बाद भी यदि हालात जस के तस रहे तो राज्यभर के किसान और कार्यकर्ता भोपाल में व्यापक आंदोलन करेंगे।
किसान कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी किसानों की आवाज दबा रही है, लेकिन कांग्रेस किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। संगठन का लक्ष्य केवल पद भरना नहीं, बल्कि किसानों को न्याय दिलाना है।
