इंदौर-उज्जैन रोड पर बुधवार देर रात दर्दनाक हादसा हो गया। निजी ट्रेवल्स की बस ने बाइक सवार दंपती और उनके दो बेटों को टक्कर मार दी। हादसे में माता-पिता और एक बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा बेटा भी अस्पताल में जिंदगी की जंग हार गया। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
खत्म हुआ परिवार
पुलिस के मुताबिक, हादसा धरमपुरी के पास रिंगनोदिया गांव में हुआ। बाइक पर तीन इमली इलाके के महेंद्र सोलंकी, उनकी पत्नी जयश्री और बेटे जिगर और तेजस सवार थे। बस ने सामने से टक्कर मारी और सभी सड़क पर गिर पड़े। महेंद्र, जयश्री और 15 वर्षीय जिगर की मौके पर ही मौत हो गई। 10 साल का तेजस गंभीर रूप से घायल था, जिसे अरविंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन गुरुवार सुबह उसने भी दम तोड़ दिया।
लापरवाही
बाणगंगा पुलिस की जांच में सामने आया कि बस का ड्राइवर मोबाइल पर बात करते हुए तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहा था। यात्रियों ने उसे कई बार स्पीड कम करने को कहा, लेकिन उसने लापरवाही बरती। हादसे के बाद ड्राइवर और हेल्पर मौके से भाग निकले। गुस्साए लोगों ने बस के कांच तोड़ दिए और आग लगाने की कोशिश भी की।
बयान में विरोधाभास
बस जिस कंपनी की थी, वह शुक्ला ब्रदर्स के नाम पर रजिस्टर्ड है और बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला के ऑफिस से ऑपरेट होती है। विधायक ने दावा किया कि बस खड़ी हुई थी और बाइक पीछे से आकर टकराई। वहीं, मृतक महेंद्र के भांजे उमेश गौर ने कहा कि बस ने सामने से टक्कर मारी, जो उसी वक्त पीछे बाइक पर चल रहे थे। उनकी आंखों के सामने यह दर्दनाक मंजर हुआ।
शोक की लहर
महेंद्र सोलंकी इंदौर के तीन इमली इलाके में चाय की दुकान चलाकर परिवार का खर्च उठाते थे। बुधवार को वे पत्नी और बच्चों के साथ अपने बड़े भाई से मिलने गए थे। भाई ने तेज बारिश का हवाला देकर उन्हें रात रुकने की सलाह दी थी, लेकिन जिगर की अगले दिन परीक्षा थी, इसलिए वे घर लौटने निकल पड़े। उसी रास्ते में यह हादसा हो गया।