MP कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने रविवार को ग्वालियर में बीजेपी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी के जनरेशन-जेड (GEN-Z) संबंधी बयान को भड़काने वाला बताकर असल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना चाहती है।
आरोप
पटवारी ने आरोप लगाया कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोजगार, अर्थव्यवस्था, किसानों, गरीबी और भ्रष्टाचार पर बड़े-बड़े वादे किए थे, लेकिन आज तक एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी यदि युवाओं के मताधिकार और अधिकारों की बात करते हैं तो भाजपा को यह नागवार गुजरता है। ये लोग काम कुछ नहीं करते, निर्वाचन आयोग को साध लेते हैं और लोकतंत्र पर हमला करते हैं। मताधिकार पर डाका डालते हैं और चाहते हैं कि विपक्ष व नागरिक चुप रहें।
गरिमा के अनुकूल नहीं
ग्वालियर के होटल सेंट्रल पार्क में कार्यकर्ताओं से मिलने के दौरान पटवारी ने मुख्यमंत्री के हालिया भाषण पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने “चप्पल, जूते, चोरी और नशे” जैसी भाषा का प्रयोग किया, जो उनके पद की गरिमा के अनुकूल नहीं है। पटवारी के मुताबिक, यह बयान एक डरे हुए व्यक्ति का हो सकता है, किसी मुख्यमंत्री का नहीं।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं और बहनों को 3,000 रुपये देने का वादा किया था, लेकिन फिलहाल केवल 1,250 रुपये ही दिए जा रहे हैं। 1,750 रुपये की राशि का वादा अधूरा है और यह जनता से किया गया धोखा है।
अधूरे वादे का हिसाब
पटवारी ने आगे कहा कि कांग्रेस विपक्ष की जिम्मेदारी निभा रही है और जनता को हर अधूरे वादे का हिसाब दिलाएगी। उन्होंने मुख्यमंत्री को चेतावनी दी कि महिलाओं और युवाओं से किए वादे पूरे किए बिना वे जनता के सामने नहीं टिक पाएंगे। बीजेपी की आंतरिक गुटबाजी पर भी पटवारी ने निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा खंड-खंड में बंट चुकी है और मुख्यमंत्री के खिलाफ पार्टी के भीतर ही अभियान चल रहा है। उन्होंने दावा किया कि 2028 के विधानसभा चुनाव में जनता बीजेपी का “सूपड़ा साफ” कर देगी।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का यह बयान ग्वालियर-चंबल अंचल में नई राजनीतिक बहस को जन्म दे रहा है। जहां एक ओर उन्होंने राहुल गांधी के पक्ष में मजबूती से खड़े होकर भाजपा पर पलटवार किया, वहीं मुख्यमंत्री की भाषा और अधूरे वादों को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया।