इंदौर के एम वाय हॉस्पिटल में दो नवजात बच्चियों की उंगलियों को चूहे द्वारा खाए जाने से हुई दर्दनाक मौत के बाद जयस (राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट लोकेश मुजाल्दा) ने मंगलवार को अस्पताल के गेट पर जंगी प्रदर्शन किया। प्रदर्शन की शुरुआत पीड़ित बच्चियों की दफन मिट्टी को गेट पर रखकर की गई। प्रदर्शनकारी लगातार डीन, अधीक्षक और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों के निलंबन तथा गैर इरादतन हत्या के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।
दी चेतावनी
जयस राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट लोकेश मुजाल्दा ने बताया कि दूर-दराज के जिलों से भी कार्यकर्ता प्रदर्शन में शामिल हुए, जबकि पीड़ित परिवार के सदस्य भी मौजूद रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक प्रशासन ने डीन और अधीक्षक को निलंबित नहीं किया और एफआईआर दर्ज नहीं की, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
जांच समिति गठित
प्रदर्शन के दौरान एडवोकेट मुजाल्दा ने आरोप लगाया कि राज्य प्रशासन ने जांच समिति गठित की थी, लेकिन उसकी रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि आईएएस योगेश भरसट द्वारा की गई जांच को हाईकोर्ट में प्रस्तुत नहीं किया गया, जबकि अस्पताल प्रशासन और डीन अधीक्षक लगातार मीडिया और जिला प्रशासन को गुमराह कर गंभीर घटना को दबाने का प्रयास कर रहे हैं।
जयस का कहना है कि न्यायालय ने सो मोटो संज्ञान लिया है, लेकिन कहीं भी अधिकारियों पर कार्रवाई पर रोक नहीं लगाई है। इसके बावजूद प्रशासन बार-बार यह दावा कर रहा है कि मामला न्यायालय में है। मुजाल्दा ने स्पष्ट किया कि न्यायालय के आदेश का यह मतलब नहीं है कि अधिकारी बचाए जा सकते हैं।
ये लोग हुए शामिल
प्रदर्शन में ओबीसी महासभा, नेयू, करनी सेना परिवार, आकाश, डॉ. आंबेडकर स्टूडेंट यूनियन, कुशवाह समाज महासभा, गोंड समाज महासभा, जाट समाज, गुर्जर समाज, सिख समाज, मुस्लिम समाज, जयस छात्र संगठन और आदिवासी छात्र संगठन सहित 30 से अधिक संगठन शामिल हुए।
खाने पीने की व्यवस्था
जयस कार्यकर्ता आंदोलन स्थल पर खाने-पीने और रहने की पूरी व्यवस्था कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह जंग तब तक जारी रहेगी जब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती। एडवोकेट लोकेश मुजाल्दा ने जोर देकर कहा कि यह केवल न्याय की मांग नहीं बल्कि मानवता और संवेदनशीलता की लड़ाई भी है।
सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अस्पताल गेट पर धरना देकर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग दोहराई और कहा कि न्याय मिलने तक वे यहीं खाना बनाएंगे, यहीं सोएंगे और आवाज उठाते रहेंगे।
