CM मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में औद्योगिक निवेश से बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं। राज्य सरकार इस दिशा में हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उद्योगपतियों को न केवल नीतिगत सहयोग मिलेगा, बल्कि जरूरत पड़ने पर सरकार परंपरागत दायरों से बाहर जाकर भी मदद करेगी।
निवेश से रोजगार सृजन पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए राज्य में अनुकूल वातावरण तैयार किया गया है। निवेश के इस “यज्ञ” में उद्योगपतियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नए उद्योग स्थापित होने से न केवल पूंजी का प्रवाह बढ़ता है, बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी पैदा होते हैं।
उद्योगपतियों से मुलाकात
शुक्रवार को समत्व भवन, मुख्यमंत्री निवास पर कई औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री यादव से मुलाकात की। इस दौरान उद्योग जगत से जुड़े मुद्दों और भविष्य की संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने सभी से संवाद करते हुए भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार उद्योगों के हित में हर संभव कदम उठाएगी।
भेंट करने वालों में लोहिया ग्रीन एनर्जी ग्रुप के प्रदीप मित्तल और सुरेंद्र सुमन, ट्रायडेंट ग्रुप के चेयरमैन राजिंदर गुप्ता, जैक्सन ग्रुप के संदीप गुप्ता और गगनदीप चानना, पैसिफिक आयरन मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड के चेयरमैन जे. पी. अग्रवाल और सुमीत अग्रवाल शामिल थे।
इसके अलावा आर. एस. डब्ल्यू. एम. लिमिटेड (एल. एन. जे. भीलवाड़ा समूह) से राजीव गुप्ता और अंकुर खेतान, एल्टिस इंडस्ट्रीज प्रा. लिमिटेड के विशाल खासगीवाला, एन-विज़न एनवायरनमेंटल सर्विसेज एवं शेष एनवायरो इन्फ्रा प्रा. लिमिटेड के कुनाल शाह और डॉ. उमंग शाह तथा पार्थ कंस्ट्रक्शन के नितिन अग्रवाल भी इस अवसर पर मौजूद रहे।
बेहतर वातावरण का आश्वासन
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेशकों के लिए सरल प्रक्रियाएँ और पारदर्शी नीतियाँ लागू की गई हैं। सरकार का प्रयास है कि उद्योगपतियों को अनुमति और सुविधाएँ बिना किसी अड़चन के उपलब्ध हों। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मध्यप्रदेश आने वाले समय में औद्योगिक विकास का प्रमुख केंद्र बनेगा।
