इंदौर में इस साल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का पथ संचलन ऐतिहासिक रूप से 5 अक्टूबर, रविवार को आयोजित किया जाएगा। यह पहली बार है जब यह कार्यक्रम विजयादशमी के बजाय रविवार को रखा गया है। संघ का उद्देश्य है कि जिले के हर परिवार से कम से कम एक सदस्य पथ संचलन में शामिल हो। रविवार को अवकाश होने और ट्रैफिक कम रहने के कारण यह निर्णय लिया गया।
घर-घर जाकर आमंत्रण
इंदौर जिले में 10 हजार से अधिक स्वयंसेवक शाखा गतिविधियों के बाद घर-घर जाकर लोगों को पथ संचलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। संघ ने इसके लिए एक लाख से अधिक नई पारंपरिक गणवेश तैयार करवाई हैं। पिछले वर्ष लगभग 65 हजार स्वयंसेवक इस पथ संचलन में शामिल हुए थे, जबकि इस बार लक्ष्य है कि संख्या 2 लाख तक पहुंच सके।
विशेष भागीदारी
संघ ने इस बार पथ संचलन में व्यापारी, उद्योगपति, समाजसेवी, डॉक्टर, वकील, इंजीनियर और कॉरपोरेट सेक्टर के कर्मचारियों को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया है। साथ ही 70 से 80 वर्ष की आयु वाले बुजुर्ग स्वयंसेवक जो लंबी दूरी नहीं तय कर सकते, उनके लिए घर की छतों और मंचों से स्वागत करने की व्यवस्था की गई है। ये वरिष्ठ स्वयंसेवक भी पूरी गणवेश में रहेंगे और समारोह का हिस्सा होंगे।
पथ संचलन
पथ संचलन के मार्ग को भगवा ध्वजों और पताकाओं से सजाया जाएगा। आयोजन स्थल और मार्ग पर ट्रैफिक सुगम बनाए रखने के लिए विशेष योजना तैयार की गई है। स्वयंसेवकों की अनुशासनबद्धता और प्रशासनिक सहयोग से पूरे कार्यक्रम को सुव्यवस्थित तरीके से संचालित किया जाएगा।
लक्ष्य और उम्मीदें
संघ का मानना है कि इस पथ संचलन के माध्यम से इंदौरवासियों में राष्ट्रीय एकता, अनुशासन और समाज सेवा की भावना को बढ़ावा मिलेगा। प्रत्येक वर्ग के लोगों को शामिल करके संघ यह संदेश देना चाहता है कि समाज के सभी पेशेवर और आम नागरिक मिलकर सामाजिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारियों में सक्रिय भूमिका निभाएं।