राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर मंगलवार को MP के जिला कांग्रेस कमेटी भोपाल ने श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया। राजधानी में हुए कार्यक्रम में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में शिरकत की। कार्यक्रम के अंत में कांग्रेसजनों ने गांधी और शास्त्री के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत गांधीजी की प्रतिमा (पुरानी विधानसभा परिसर, मिंटो हॉल) और शास्त्रीजी की प्रतिमा (मिंटो हॉल चौराहा) पर माल्यार्पण से हुई। इसके बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में भी श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान “रघुपति राघव राजा राम” जैसे भजनों के बीच नेताओं ने दोनों महापुरुषों को नमन किया।
कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी
कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ पूर्व मंत्री पी.पी. शर्मा, पूर्व संगठन महामंत्री राजीव सिंह, जिला कांग्रेस (शहर) अध्यक्ष प्रवीण सक्सेना, ग्रामीण अध्यक्ष अनोखी मानसिंह पटेल, वरिष्ठ नेता जे.पी. धनोपिया, युवा कांग्रेस अध्यक्ष अभिषेक शर्मा, प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता, रवि सक्सेना और अभिनव बरोलिया सहित कई नेता मौजूद रहे।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के पावन अवसर पर, आज भोपाल में कांग्रेस परिवार के साथ श्रद्धापूर्वक स्मरण कर पुष्पांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर गाँधीजी और शास्त्री जी के विचारों, मूल्यों और योगदान को याद कर उनके आदर्शों पर… pic.twitter.com/PVUfSeapjV
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) October 2, 2025
पटवारी का संबोधन
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि गांधीजी का सत्य और अहिंसा का मार्ग तथा शास्त्रीजी का ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा आज भी उतना ही प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि दशहरे के अवसर पर हम सबको उनके विचारों से प्रेरणा लेनी चाहिए। पटवारी ने प्रदेश की जनता को दशहरे की शुभकामनाएं भी दीं।
सत्ता पर साधा निशाना
पटवारी ने कहा कि मौजूदा सरकार गांधीजी का नाम तो लेती है लेकिन उनके सिद्धांतों पर अमल नहीं करती। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री जी अगर गांधीजी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर देते तो उनके पद की गरिमा और बढ़ जाती। लेकिन आज सत्ता सिर्फ दिखावे तक सीमित है।”
उन्होंने आगे कहा कि आज देश दो हिस्सों में बंट रहा है, एक अमीरों का भारत और दूसरा गरीबों का भारत। आधी जीडीपी केवल कुछ सैकड़ों अमीरों के पास है जबकि करोड़ों गरीबों के हिस्से में बेहद कम संसाधन हैं। महंगाई, बेरोजगारी और किसानों की बदहाली बढ़ती जा रही है।
राहुल गांधी का हवाला
पटवारी ने कहा कि राहुल गांधी ने सही कहा है कि असमानता देश की सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि गांधीजी के रास्ते पर चलें, क्योंकि नफरत से नहीं बल्कि प्रेम और अहिंसा से ही भारत विश्वगुरु बन सकता है।