मध्य प्रदेश में लगातार चुनावी हार के बाद कांग्रेस अब एक नए मिशन पर काम कर रही है। मतदाता सूची सुधार अभियान 2025। पार्टी का लक्ष्य है कि अगली बार कोई समर्थक वोटर वोटिंग लिस्ट से न छूटे और न ही किसी का नाम गलत तरीके से हटाया जाए। इस बार कांग्रेस ने संगठन स्तर पर पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया है।
कांग्रेस ने तय किया है कि हर बूथ पर एक बूथ लेवल एजेंट (BLA) तैनात किया जाएगा। यह एजेंट उसी तरह काम करेगा जैसे भाजपा के पन्ना प्रमुख करते हैं। बीएलए का काम होगा वोटर लिस्ट की एक-एक एंट्री की जांच करना, नए नाम जोड़वाना और गलत नाम हटवाना।
नाम जुड़वाने
कांग्रेस अब अपने कार्यकर्ताओं को भी प्रशिक्षित कर रही है। सभी बीएलए को निर्वाचन आयोग के फॉर्म-6 (नया नाम जोड़ना), फॉर्म-7 (नाम हटाना), फॉर्म-8 (जानकारी सुधार) और फॉर्म-8A (स्थानांतरण) की प्रक्रिया सिखाई जाएगी। ताकि कोई भी कार्यकर्ता सीधे लोगों की मदद कर सके।
बीएलए सीधे बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) से संपर्क में रहेंगे। BLO जब घर-घर जाकर मतदाताओं की जानकारी जुटाएंगे, तब कांग्रेस के बीएलए भी साथ रहेंगे ताकि सही जानकारी दर्ज हो सके।
हर विधानसभा में बनेगा कंट्रोल रूम
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तय किया है कि हर जिले और विधानसभा क्षेत्र में एक “मतदाता सूची नियंत्रण कक्ष” बनाया जाएगा। यहां से पूरे इलाके की वोटर लिस्ट की मॉनिटरिंग होगी। कंट्रोल रूम में बीएलए से लगातार फीडबैक लिया जाएगा और जिन वोटरों के नाम लिस्ट से गायब हैं, उनकी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पिछले चुनावों में हजारों समर्थक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब थे, जिससे कई सीटों पर नुकसान हुआ। इस बार पार्टी ने यह गलती दोबारा न होने देने का संकल्प लिया है।
नए वोटरों पर खास फोकस
कांग्रेस महिला मतदाताओं और पहली बार वोट डालने वाले युवाओं के लिए विशेष अभियान चलाएगी। मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम हटवाने के लिए भी पार्टी साक्ष्य के साथ आपत्तियां दर्ज कराएगी।
5 करोड़ हस्ताक्षर का अभियान
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी के नेतृत्व में “वोट चोर–गद्दी छोड़” नाम से एक बड़ा हस्ताक्षर अभियान भी शुरू किया जा रहा है। इसके तहत प्रदेश में करीब 5 करोड़ लोगों से हस्ताक्षर करवाने का लक्ष्य है।