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कोल्ड्रिफ कफ सिरप से 21 बच्चों की मौत का मामला, श्री सन फार्मा के मालिक रंगनाथन गोविंद चेन्नई से गिरफ्तार

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Published On: 9 October 2025

मध्य प्रदेश में कोल्ड्रिफ कफ सिरप पीने से 21 बच्चों की मौत के मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। पुलिस ने श्रीसन फार्मा कंपनी के मालिक एस. रंगनाथन गोविंदन को चेन्नई से गिरफ्तार कर लिया है। यह वही कंपनी है, जिसने वह सिरप बनाया था, जिससे बच्चों की मौत हुई थी।

मध्य प्रदेश की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने बुधवार देर रात रंगनाथन को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि रंगनाथन लंबे समय से फरार चल रहा था और उसके ऊपर 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। SIT ने स्थानीय पुलिस की मदद से चेन्नई में दबिश देकर उसे पकड़ा।

लाया जाएगा छिंदवाड़ा

गिरफ्तारी के बाद रंगनाथन को चेन्नई की एक अदालत में पेश किया जाएगा। कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद उसे छिंदवाड़ा लाया जाएगा, जहां इस मामले की जांच चल रही है। SIT अधिकारी अब उससे यह पूछताछ कर रहे हैं कि कोल्ड्रिफ सिरप में कौन-से केमिकल्स इस्तेमाल किए गए थे और गुणवत्ता जांच के बिना सिरप बाजार में कैसे पहुंचा।

21 बच्चों की गई थी जान

यह मामला छिंदवाड़ा जिले का है, जहां कुछ महीने पहले बच्चों को खांसी और सर्दी की दवा के रूप में कोल्ड्रिफ कफ सिरप दिया गया था। सिरप पीने के बाद बच्चों की हालत बिगड़ने लगी और इलाज के दौरान 21 बच्चों की मौत हो गई थी। जांच में सामने आया कि सिरप में जहरीले रासायनिक तत्व (डायथिलीन ग्लाइकोल और एथिलीन ग्लाइकोल) की मात्रा अत्यधिक थी, जो बच्चों के लिए घातक साबित हुई।

कंपनी की लापरवाही आई सामने

राज्य सरकार द्वारा गठित SIT की रिपोर्ट में पाया गया कि श्रीसन फार्मा ने लाइसेंस नियमों का उल्लंघन किया था। कंपनी ने न तो दवा की केमिकल टेस्टिंग कराई, न ही गुणवत्ता प्रमाणपत्र लिया। जांच में यह भी पता चला कि यह दवा बिना किसी मेडिकल सर्टिफिकेशन के मध्य प्रदेश के कई जिलों में सप्लाई की गई थी।

सरकार ने अपनाया सख्त रुख

मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने फार्मा कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया था और कई अधिकारियों को निलंबित किया था। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा था कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। अब कंपनी मालिक की गिरफ्तारी के बाद उम्मीद है कि पूरे नेटवर्क और सप्लाई चेन का खुलासा हो सकेगा, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।

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