दिवाली के त्योहार से पहले खाद्य विभाग ने फेमस ‘प्रसादम रेस्टोरेंट’ के कारखाने पर बड़ी कार्रवाई की है। बुधवार को किए गए छापे में टीम को केक बनाने के लिए एक्सपायरी मिक्स और ढोकले में इस्तेमाल होने वाला इंडस्ट्रियल केमिकल मिला। विभाग ने सारा सामान जब्त कर कंपनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कलेक्टर प्रतिभा पाल के निर्देश पर खाद्य सुरक्षा प्रशासन और नापतोल विभाग ने मिलकर दिवाली से पहले मिठाई विक्रेताओं की जांच का विशेष अभियान शुरू किया है। इसी अभियान के तहत प्रसादम स्वीट्स के निपानिया स्थित कारखाने की जांच की गई।
केक में एक्सपायरी मिक्स
खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमरीश दुबे ने बताया कि जांच में केक बनाने के लिए रखा गया एक्सपायरी मिक्स और कलर मिला। इसके अलावा, ढोकले में अखाद्य सिट्रिक एसिड का इस्तेमाल किया जा रहा था, जो इंडस्ट्री में प्रयोग होता है। टीम ने दोनों सामग्री को जब्त कर लिया।
दत्ता डेयरी में फिर मिली मिलावट
संयुक्त टीम ने जेपी मोड़ पर स्थित दत्ता डेयरी एंड स्वीट्स की भी जांच की। मोबाइल लैब जांच में छैने की मिठाइयों में आरारोट की मिलावट पाई गई। यह वही दुकान है, जिसके मिल्क केक में पहले भी मिलावट मिली थी, जिसका केस एडीएम कोर्ट में चल रहा है।
नापतोल विभाग ने महेश स्वीट्स और रतन स्वीट्स के खिलाफ सत्यापित तौल उपकरण का उपयोग न करने पर केस दर्ज किया है। विभाग ने सभी मिठाई विक्रेताओं को निर्देश दिए हैं कि डिब्बे का वजन मिठाई के साथ न तौलें।
अन्य दुकानों से लिए गए सैंपल
टीम ने शहर के कई अन्य मिठाई प्रतिष्ठानों से भी सैंपल लिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह अभियान सुरक्षित और मिलावटी मुक्त मिठाई उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है।
खाद्य विभाग ने मिठाई विक्रेताओं को चेतावनी दी है कि खराब सामग्री और मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। विभाग का कहना है कि उपभोक्ता की सुरक्षा सबसे पहले है और त्योहार में मिठाइयों की गुणवत्ता सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता है।