अगर आप अक्सर ट्रेन में सफर करते हैं और स्टेशन से पैकेज्ड पानी खरीदते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण है। पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर स्टेशन पर अवैध वेंडर रेल नीर की खाली बोतलों में स्टेशन के नलों का गंदा पानी भरकर 20-20 रुपए में बेच रहे हैं। यह घोटाला सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो से उजागर हुआ, जिसके बाद रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने संज्ञान लिया और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।
वायरल वीडियो में खुलासा
पहला वीडियो (1 मिनट 25 सेकेंड): इसमें एक युवक रेलवे नीर की खाली बोतलों को स्टेशन में लगे पेयजल नल से भरता दिख रहा है। वीडियो में स्पष्ट है कि पानी भरने की जगह गंदगी से भरी हुई है। इसके बाद युवक बोतलों को पेटीएम के माध्यम से बेचने के लिए तैयार करता है।
दूसरा वीडियो (25 सेकेंड): इसमें एक अन्य युवक गंदगी के पास से बोतलों में पानी भरते हुए नजर आता है। जैसे ही यात्री ने वीडियो बनाया, युवक मौके से भाग गया।
विश्वसनीयता पर सवाल
रेल नीर भारतीय रेलवे का पैकेज्ड पेयजल ब्रांड है, जिसे 2003 में आईआरसीटीसी ने शुरू किया था। इसका उद्देश्य यात्रियों को सुरक्षित, स्वच्छ और मानक गुणवत्ता का पानी उपलब्ध कराना था। लेकिन वीडियो में दिखाई गई स्थिति में वही पानी गंदगी के बीच से भरकर यात्रियों को बेचा जा रहा है, जिससे स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न हो सकता है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद आरपीएफ ने मामले का संज्ञान लिया। रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि ऐसे अवैध वेंडरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। स्टेशन पर निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि यात्रियों को सुरक्षित पानी उपलब्ध कराया जा सके।
रेलवे की जिम्मेदारी
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों को मानक गुणवत्ता का पानी उपलब्ध कराना प्राथमिक जिम्मेदारी है। सभी स्टेशन पर पैकेज्ड पानी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही, अवैध वेंडरों पर नकेल कसने और निगरानी बढ़ाने के लिए विशेष उपाय किए जा रहे हैं। रेलवे यात्रियों को चेतावनी दे रहा है कि स्टेशन पर खरीदते समय पैकेज्ड पानी की सील और लेबल की जांच अवश्य करें।
