मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बुधवार को किसानों की समस्याओं को लेकर एक जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने सैकड़ों किसानों के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से पैदल मार्च करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास तक पहुंचकर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान पटवारी ने कंधे पर अनाज का बोरा लादकर किसानों की मेहनत और उनकी बदहाली का प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया।
आरोप
प्रदर्शन के दौरान पटवारी ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों किसानों के हितों की अनदेखी कर रही हैं। उन्होंने कहा, “किसानों को अब भावांतर नहीं, सीधे भाव चाहिए। मोदी जी ने धान का समर्थन मूल्य 3100 रुपये, गेहूं का 2700 रुपये और सोयाबीन का 6000 रुपये प्रति क्विंटल देने का वादा किया था, लेकिन आज तक किसानों को उचित मूल्य नहीं मिला।” उन्होंने आरोप लगाया कि 2017 में शिवराज सरकार की भावांतर योजना भी किसानों के साथ छलावा थी न मुआवजा मिला, न बीमा, न सर्वे।
आत्महत्या की घटनाएं बढ़ी
कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि हाल के दिनों में प्रदेश में किसानों की आत्महत्या की घटनाएं बढ़ी हैं। उन्होंने कहा, “खंडवा, महिदपुर, तराना और उज्जैन में आठ किसानों ने आत्महत्या की है। यह सरकार की विफल कृषि नीति का नतीजा है।” पटवारी ने राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधते हुए कहा कि “दोनों नेता किसानों की तकलीफों से मुंह मोड़कर केवल प्रचार और इवेंट की राजनीति कर रहे हैं। कर्ज लेकर विज्ञापन किए जा रहे हैं, लेकिन किसानों को राहत देने के लिए कुछ नहीं किया गया।”
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हमें भावांतर नहीं, भाव चाहिए!
आज केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के भोपाल निवास पर किसान साथियों के साथ पहुँचकर, किसानों की समस्याओं पर चर्चा की!
खाद, बीज, और फसल का उचित मूल्य न मिलना, साथ ही कर्ज और खराब फसलों के कारण किसान आत्महत्या को मजबूर हो रहे हैं यह… pic.twitter.com/2LSJPPBBA9
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) October 15, 2025
h3>कसा तंज
उन्होंने तंज कसा कि “मुख्यमंत्री मोहन यादव इतिहास के सबसे अधिक हवाई यात्रा करने वाले मुख्यमंत्री हैं। सरकार के पास हवाई जहाज और विज्ञापन के लिए पैसा है, पर किसानों को 20,000 रुपये प्रति बीघा सहायता देने की क्षमता नहीं।” पटवारी ने अपनी मांगों में फसल बीमा योजना को प्रभावी बनाने, सर्वे कराकर मुआवजा देने, प्याज को 14-15 रुपये किलो के भाव पर खरीदने, सोयाबीन को 6000 रुपये और गेहूं-धान को क्रमशः 2700 व 3100 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदने की मांग रखी।
संघर्ष जारी रहेगा
अंत में उन्होंने कहा, “जब तक सरकार किसानों की बात नहीं सुनेगी, यह संघर्ष जारी रहेगा। कांग्रेस किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।” प्रदर्शन में मुकेश नायक, धर्मेंद्र सिंह चौहान, नितेंद्र राठौर, राम मेहर, अभिनव बरोलिया, मिथुन अहिरवार और विक्रम चौधरी समेत बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।
