इंदौर में दीपावली के मौके पर हर साल बाहर से आने वाली बसों में किराया बढ़ाने की शिकायतें आम हो जाती हैं। इस बार क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) की टीम ने इस मनमानी पर कड़ा रुख अपनाया और पहली बार यात्रियों से वसूला गया अतिरिक्त किराया मौके पर ही वापस करवाया। इस अनोखी कार्रवाई से यात्रियों के चेहरों पर राहत और संतोष दोनों दिखाई दिए।
ट्रेवल्स की जांच
शुक्रवार को आरटीओ प्रदीप शर्मा के निर्देशन में एआरटीओ अर्चना मिश्रा व राजेश गुप्ता की टीम ने मुंबई से इंदौर आने वाली दो बसों हंस ट्रेवल्स और राजरतन ट्रेवल्स की जांच की। जांच के दौरान जब यात्रियों से टिकट दरों के बारे में पूछा गया, तो कई यात्रियों ने बताया कि उनसे सामान्य किराए से ₹1500 तक ज्यादा वसूला गया था। कुछ मामलों में यह सामान्य किराए के चार गुना तक पहुंच गया था।
लौटाने के निर्देश
टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बस संचालकों को यात्रियों का पैसा मौके पर ही लौटाने के निर्देश दिए। आरटीओ शर्मा ने बताया कि यह पहली बार है जब परिवहन विभाग ने ऑन-द-स्पॉट रिफंड की कार्रवाई की है, ताकि यात्रियों को तुरंत राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि दीपावली, रक्षाबंधन जैसे त्योहारों के दौरान हर साल ऐसी शिकायतें आती हैं, लेकिन इस बार विभाग ने सख्ती दिखाते हुए मनमानी वसूली पर अंकुश लगाने की ठान ली है।
यात्री काफी खुश
इस कार्रवाई से बसों में सफर कर रहे यात्री काफी खुश नजर आए। एक यात्री ने बताया, “हम तो हर बार यही सोचते थे कि किराया बढ़ गया है तो अब कुछ नहीं किया जा सकता। लेकिन आज पहली बार हमारा पैसा वापस मिला। इससे भरोसा जगा है कि सिस्टम अब आम आदमी की सुन भी रहा है।” वहीं, एआरटीओ राजेश गुप्ता ने बताया कि सभी ट्रैवल्स संचालकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि तय किराए से ज्यादा राशि वसूलने पर उनके खिलाफ परिवहन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई होगी। इसके अलावा बसों की फायर सेफ्टी, फिटनेस और यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ी जांच भी की गई।
