दीपावली के मौके पर हर घर में दूध और मावा से बने पकवानों का भोग माता लक्ष्मी को लगाया जाता है। लेकिन इस त्यौहार का फायदा उठाने के लिए कुछ लोग नकली मावा बनाकर मिठाई बनाने की कोशिश कर रहे थे। रविवार को खाद्य विभाग ने ग्राम बदरखा में बड़ी मात्रा में नकली मावा और मिलावटी सामग्री जब्त की। खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत दत्त शर्मा ने बताया कि ग्राम बदरखा में रिजवान पटेल के घर के पीछे एक अवैध मावा फैक्ट्री संचालित हो रही थी। यह फैक्ट्री अंदर की ओर छिपी हुई थी और इसके लिए कोई लाइसेंस भी नहीं लिया गया था। टीम ने मौके पर पहुंचकर फैक्ट्री को सील कर दिया।
खाद्य विभाग ने यहां से 160 किलो दूध रहित पावडर, वनस्पति और 20 किलो तैयार मावा जब्त किया। इस सामग्री का मूल्य लगभग एक लाख रुपए आंका गया है। ये सामग्री मिठाई में मिलाकर बाजार में बेचने के लिए तैयार की जा रही थी।
सामग्री नष्ट
अधिकारियों ने बताया कि नकली मावा और मिलावटी सामग्री मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक थी। इसे तुरंत नष्ट किया गया। यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करने के लिए की गई कि दीपावली पर खाद्य सुरक्षा और जनता की सेहत को कोई खतरा न हो।
FIR दर्ज
मामले में चिमनगंज मंडी पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपी रिजवान पटेल के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि ऐसे अवैध और नकली खाद्य पदार्थ बनाने वाले लोग कानून के तहत सख्त कार्रवाई झेलेंगे।
विभाग की लगातार निगरानी
खाद्य विभाग ने त्योहारों के दौरान लोगों से सावधानी बरतने की भी अपील की है। उन्होंने कहा कि खरीदारी करते समय दुकानों और ब्रांडेड पैकेजिंग पर ध्यान दें, और किसी भी संदिग्ध मावा या मिठाई को खरीदने से बचें। इस कार्रवाई से यह संदेश भी गया है कि दीपावली जैसे त्योहारों पर सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री ही उपयोग में लाई जानी चाहिए। खाद्य विभाग ने भविष्य में भी इस तरह की मिलावटी सामग्री के खिलाफ सख्त निगरानी जारी रखने की बात कही है।
