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MP में 14 हजार से ज्यादा किसानों से खरीदी गई 26 हजार टन सोयाबीन, भावांतर योजना के तहत मंडियों में रौनक; 15 जनवरी तक रहेगी जारी

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Published On: 28 October 2025

MP में इस बार किसानों के चेहरे पर खुशी साफ दिख रही है। भावांतर भुगतान योजना के तहत सोयाबीन की खरीदी जोरों पर है। सरकार ने इस साल खरीदी की प्रक्रिया 24 अक्टूबर से शुरू की है, जो 15 जनवरी 2026 तक चलेगी। अब तक 14 हजार 727 किसानों से करीब 25 हजार 999 टन सोयाबीन की खरीदी हो चुकी है। इससे मंडियों में इन दिनों अच्छी-खासी रौनक देखी जा रही है।

सबसे आगे उज्जैन की मंडी

राज्यभर की कृषि उपज मंडियों में रोज़ाना भारी मात्रा में सोयाबीन की आवक हो रही है। सिर्फ 27 अक्टूबर को ही 7,981 किसानों से 14,214 टन सोयाबीन खरीदी गई।
मंडीवार आंकड़े देखें तो…

  • उज्जैन ने सबसे ज्यादा 529 टन सोयाबीन खरीदी,
  • देवास में 512 टन,
  • ताल में 486 टन,
  • इंदौर में 455 टन,
  • खातेगांव में 425 टन,
  • बैरसिया में 396 टन,
  • आगर में 376 टन,
  • सागर में 368 टन,
  • आष्टा में 339 टन,
  • और शाजापुर में 335 टन की खरीदी दर्ज की गई।

लाखों किसानों ने कराया पंजीयन

राज्यभर में 9 लाख 36 हजार 352 किसानों ने इस योजना के तहत पंजीयन कराया है। यानी इस बार किसानों की दिलचस्पी पहले से कहीं ज्यादा है। कृषि विभाग के अफसरों का कहना है कि खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी रखने के लिए मंडियों में लगातार निगरानी की जा रही है। कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस बार प्रदेश में 53.20 लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की बुवाई हुई थी। इसका कुल उत्पादन लगभग 55.54 लाख मीट्रिक टन हुआ है। किसान उम्मीद लगाए बैठे हैं कि सरकार जल्द ही प्रथम मॉडल भाव घोषित करेगी, जिसकी तारीख 7 नवंबर 2025 तय की गई है।

किसानों में उम्मीद और उत्साह

गांव-गांव के किसान अब मंडियों की ओर रुख कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर खरीदी ऐसे ही सुचारू रूप से चलती रही तो इस बार मेहनत की कीमत सही मिल पाएगी। सरकार के लिए यह खरीदी सीजन किसानों के भरोसे की परीक्षा भी है।

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