एनआईटी भोपाल के क्विज़र्स क्लब द्वारा आयोजित इंटरसिटी क्विजिंग चैलेंज 2025 का ग्रैंड फिनाले शनिवार, 8 नवंबर को स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर (SAC) में हुआ। राज्यभर से आए होनहार छात्रों ने ज्ञान, तेजी और तर्कशक्ति की अद्भुत मिसाल पेश की। फाइनल मुकाबले में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन की विजेता टीमें आमने-सामने थीं। कार्यक्रम की शुरुआत एनआईटी भोपाल के निदेशक और फैकल्टी सदस्यों ने दीप प्रज्वलन के साथ की। उन्होंने प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं छात्रों में जिज्ञासा और प्रतिस्पर्धी सोच को बढ़ावा देती हैं।
ग्वालियर की लिटिल एंजेल्स टीम बनी चैम्पियन
फाइनल राउंड बेहद रोमांचक रहा। प्रतिभागियों से इतिहास, विज्ञान, साहित्य, समसामयिकी और खेल से जुड़े पेचीदा सवाल पूछे गए। कई बार स्कोर इतने करीब रहे कि दर्शक भी सांस रोककर नतीजे का इंतज़ार करते दिखे। अंततः ग्वालियर की लिटिल एंजेल्स एलएएचएस टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया। वहीं संस्कार वैली स्कूल, भोपाल ने कड़ा मुकाबला दिया और फर्स्ट रनर-अप बनी।
विजेता टीम को ट्रॉफी, प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। पुरस्कार वितरण के समय दर्शकों ने तालियों की गूंज से माहौल को जीवंत बना दिया।
प्रतिभागियों ने दिखाया ज्ञान का दम
क्विजर्स क्लब के संयोजकों ने बताया कि इस प्रतियोगिता में राज्य के पांच प्रमुख शहरों के स्कूलों और कॉलेजों से 200 से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। अलग-अलग चरणों में चुनिंदा टीमें आगे बढ़ती हुई ग्रैंड फिनाले तक पहुंचीं। आयोजकों का कहना था कि इंटरसिटी क्विजिंग चैलेंज का मुख्य उद्देश्य छात्रों में क्विज़िंग कल्चर को बढ़ावा देना और सामान्य ज्ञान को मनोरंजक ढंग से सीखने की प्रेरणा देना है।
सबसे बड़ी जीत
कार्यक्रम के समापन पर निर्णायकों और फैकल्टी सदस्यों ने सभी प्रतिभागियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज के समय में ज्ञान ही असली ताकत है, और ऐसे आयोजनों से युवा न सिर्फ प्रतियोगिता में भाग लेते हैं बल्कि सीखने की प्रक्रिया को आनंद के साथ जीते हैं।
इवेंट का माहौल कुछ ऐसा रहा मानो ज्ञान का उत्सव मनाया जा रहा हो। सवालों के बीच बुद्धिमत्ता की चमक और हर सही जवाब के साथ तालियों की गूंज है। ग्वालियर की जीत ने यह साबित कर दिया कि तैयारी, टीमवर्क और आत्मविश्वास जब एक साथ हों, तो नतीजा हमेशा जीत ही होता है।
