MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने एक बार फिर सरकार और मुख्यमंत्री मोहन यादव पर तीखा हमला बोला है। सोशल मीडिया पर जारी बयान में पटवारी ने कहा कि विदिशा की एक बच्ची की सड़क किनारे कचरे से खाना ढूंढती तस्वीर पूरे प्रदेश की संवेदनहीन व्यवस्था को बेनकाब कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक तस्वीर नहीं, बल्कि उस शासन की नाकामी का आईना है, जो खुद को जनसेवा का प्रतीक बताता है।
पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री भले ही मंचों पर विकास की बातें करें, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर क्यों मध्यप्रदेश लगातार कुपोषण, मातृ मृत्यु दर, बाल मृत्यु दर और बेटियों पर अत्याचार के मामलों में शीर्ष पर है? उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि सरकार के लिए यह आंकड़े सिर्फ रिपोर्ट हैं, लेकिन इन संख्याओं के पीछे हजारों जिंदगियों का दर्द छिपा है।
“वादे आधे, प्रचार पूरे”
उन्होंने आगे कहा कि राज्य की बेटियां असुरक्षित हैं, किसान कर्ज़ में दबे हैं और युवा बेरोज़गारी से जूझ रहे हैं। मुख्यमंत्री जी बिहार में भाषण देने जा रहे हैं, लेकिन अपने ही प्रदेश की हकीकत पर मौन हैं। कांग्रेस नेता ने लाड़ली बहना योजना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने 3000 महीना देने का वादा किया था, लेकिन अब तक 1250 तक ही दे पा रहे हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि राज्य का वित्तीय हाल ऐसा है कि राजकोषीय घाटा बढ़ता जा रहा है और विकास योजनाएँ सिर्फ विज्ञापनों में दिखाई दे रही हैं। पटवारी ने कहा कि सरकार जनकल्याण नहीं, जनसंपर्क में ज्यादा व्यस्त है। जनता के मुद्दे पीछे हैं और फोटो सेशन आगे।
कांग्रेस देगी समर्थन
अपने बयान के अंत में पटवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राजनीतिक लाभ नहीं, जनहित की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार महिलाओं, युवाओं और गरीबों के हित में ठोस कदम उठाए, तो कांग्रेस हरसंभव सहयोग करेगी। अगर सरकार झूठे दावों और प्रचार से जनता को गुमराह करती रही, तो कांग्रेस सड़कों पर उतरकर सच्चाई सामने लाएगी। पटवारी ने मुख्यमंत्री से सीधा सवाल करते हुए कहा कि यह वक्त आत्ममंथन का है, मुख्यमंत्री जी! भाषणों से नहीं, कर्मों से प्रदेश का चेहरा बदलिए, क्योंकि जनता अब सब समझ चुकी है और इस बार चुप नहीं रहेगी।
