सम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय अगले हफ्ते जोरदार रंग में नजर आएगा, क्योंकि यहां 18 और 19 नवंबर को दो दिवसीय अंतर जिला युवा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस बार खास बात यह है कि विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के सात जिलों से करीब चार सौ विद्यार्थी और उनके प्रबंधक इसमें हिस्सा लेने पहुंचेंगे। यानी परिसर दो दिनों तक गानों, नृत्यों, नाटकों और तरह–तरह की कलाओं से गूंजता रहेगा।
उत्सव को लेकर तैयारियां भी तेज़ हो चुकी हैं। डीएसडब्ल्यू प्रो. एसके मिश्र ने बताया कि कार्यक्रम के पहले दिन मंगलवार सुबह 8 बजे से 10 बजे तक प्रतिभागियों का पंजीयन किया जाएगा। इसके बाद 11 बजे शुभारंभ समारोह होगा और फिर अलग-अलग विधाओं की प्रतियोगिताएं शुरू हो जाएंगी। आयोजकों का कहना है कि हर स्पर्धा को व्यवस्थित तरीके से कराने के लिए टीमों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
22 विधाओं में मुकाबले
इस युवा उत्सव में कुल 22 विधाओं में मुकाबले होंगे, जिनमें 13 सांस्कृतिक, 3 साहित्यिक और 6 रूपांकन की स्पर्धाएं शामिल हैं। यानी मंच कला से लेकर चित्रकला तक और गायन से लेकर वाद्य वादन तक छात्रों को अपनी प्रतिभा दिखाने के कई मौके मिलेंगे। प्रतियोगिताओं की सूची भी काफी रोचक है। इसमें एकल शास्त्रीय नृत्य, समूह नृत्य, स्वांग, मूक अभिनय, नाटक और लघु नाटिका जैसी प्रस्तुतियां शामिल हैं। वहीं साहित्यिक विधाओं में प्रश्न मंच, वाद–विवाद (पक्ष–विपक्ष) और वक्तृता प्रतियोगिता रखी गई है। कला से जुड़ी स्पर्धाओं में चित्रकला, मूर्ति शिल्प, कोलाज, रंगोली, व्यंग्य चित्र और पोस्टर निर्माण शामिल हैं।
उत्सव में भरपूर मौका
संगीत प्रेमियों के लिए भी उत्सव में भरपूर मौका रहेगा। सुगम संगीत (एकल), भारतीय समूह गान, पाश्चात्य समूह गान, एकल पाश्चात्य संगीत, एकल शास्त्रीय गायन और शास्त्रीय वादन (परकुशन और नॉन-परकुशन) जैसी प्रतियोगिताएं भी होंगी। युवा उत्सव का मकसद न सिर्फ छात्रों को मंच देना है, बल्कि ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों को आगे बढ़ाना है जो राज्य स्तर पर विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व कर सकें। इसलिए जो प्रतिभागी यहां से चयनित होंगे, वे आगे राज्य स्तरीय मुकाबलों में अपना हुनर दिखाएंगे।
विश्वविद्यालय प्रशासन को उम्मीद है कि इस बार का आयोजन पिछले वर्षों से भी ज्यादा प्रभावी और यादगार रहेगा। दो दिन तक कैंपस में जोश, उत्साह और कला का असली संगम देखने को मिलेगा।
