MP में ठंड इस कदर हावी है कि नवंबर में ही जनवरी जैसा एहसास होने लगा है। मंगलवार-बुधवार की रात भी कई शहरों में तापमान 10 डिग्री से नीचे लुढ़क गया। सबसे ज्यादा ठिठुरन राजगढ़ में रही, जहां पारा 6.5 डिग्री तक पहुंच गया। वहीं भोपाल और इंदौर जैसे बड़े शहरों में भी रात का तापमान लगातार गिरता जा रहा है। मौसम विभाग ने जो आंकड़े जारी किए हैं, उनके मुताबिक भोपाल की रात 7.8 डिग्री पर रही। इंदौर में इससे भी कम 6.9 डिग्री दर्ज हुआ। ग्वालियर में 10.7, उज्जैन में 9.5 और जबलपुर में 9.9 डिग्री रहा। पचमढ़ी में 6.6 डिग्री, नौगांव 8 डिग्री, शिवपुरी 9 डिग्री, छिंदवाड़ा और मलाजखंड 9.6 डिग्री और रीवा में 9.8 डिग्री तक सर्दी जा पहुंची। बाकी जिलों में तापमान 10 से 13 डिग्री के बीच घूमता रहा।
बुधवार के लिए विभाग ने भोपाल, इंदौर, राजगढ़, देवास, धार, खरगोन, शाजापुर, शिवपुरी, टीकमगढ़, कटनी, पन्ना, सतना, मैहर और कई अन्य जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया है। यानी तेज सर्द हवा चलने की पूरी संभावना है।
भोपाल में टूटा 84 साल पुराना रिकॉर्ड
सबसे बड़ी खबर भोपाल से आई। रविवार-सोमवार की रात यहां तापमान 5.2 डिग्री तक नीचे गिर गया था। यह नवंबर महीने का पिछले 84 साल का सबसे कम तापमान है। इससे पहले 1941 में 6.1 डिग्री दर्ज हुआ था। हालांकि, उसके अगले दिन इसमें थोड़ी बढ़ोतरी हुई और पारा 8.2 डिग्री पर आ गया, लेकिन ठिठुरन अभी भी बरकरार है।
स्कूलों के समय में भी बदलाव
ठंड की वजह से कई जिलों में स्कूलों की टाइमिंग पीछे कर दी गई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, सागर, खंडवा, झाबुआ आदि जगह बच्चों को अब पहले से देर से स्कूल बुलाया जा रहा है।
जबलपुर में कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिया है कि 19 नवंबर से नर्सरी से 5वीं तक की कक्षाएं सुबह 9 बजे से पहले शुरू नहीं होंगी।
आगे का मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग बताता है कि उत्तरी हवाएं लगातार चल रही हैं, जिससे ठंड का असर बना रहेगा। 22 नवंबर से दक्षिण-पूर्वी खाड़ी में लो-प्रेशर बनने वाला है, लेकिन उससे पहले अगले दो दिन पूरे प्रदेश में शीतलहर जारी रहेगी।
