हरदा रेलवे स्टेशन के डबल फाटक के पास रविवार सुबह बड़ा हादसा टल गया, लेकिन उसके चलते पूरा रेल संचालन चरमरा गया। सुबह करीब 7:30 बजे ओएचई निरीक्षण में इस्तेमाल होने वाली एक टावर वैगन अचानक डाउन ट्रैक पर पटरी से उतर गई। घटना इतनी अचानक हुई कि कुछ ही मिनटों में मुंबई से इटारसी और दिल्ली की ओर जाने वाली पूरी लाइन अवरुद्ध हो गई।
6 घंटे बाद डाउन ट्रैक बहाल
टावर वैगन के पहिए पटरी से नीचे धंस गए, जिसके बाद डाउन लाइन पूरी तरह बंद कर दी गई। मौके पर तुरंत ब्लॉक लिया गया और सीएनडब्ल्यू इटारसी की टीम राहत कार्य में जुट गई। शुरुआती चरण में जेसीबी और फराना मशीन से वैगन को उठाने की कोशिशें बेअसर रहीं। इंतज़ाम बिगड़ते देख इटारसी से हाइड्रोलिक मशीन मंगाई गई, जिसके जरिए करीब साढ़े छह घंटे की मशक्कत के बाद वैगन को पटरी पर चढ़ाया गया। इसके बाद ट्रैक को धीरे-धीरे साफ कर ऑपरेशन शुरू किया गया। सबसे पहले बलसाड़-कानपुर रूट की 19051 श्रमिक एक्सप्रेस को निकाला जा रहा है।
50 से ज्यादा ट्रेनें लेट
घटना का असर पूरे रूट पर देखने को मिला। मुंबई-दिल्ली मेन लाइन होने के कारण इस सेक्शन पर हर 10-15 मिनट में ट्रेनें गुजरती हैं। डाउन लाइन बंद होते ही 50 से ज्यादा ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों पर रोक दी गईं। कई यात्री गाड़ियां छोटे स्टेशनों पर फंस गईं, जहां पानी और भोजन की व्यवस्था करनी पड़ी। मुंबई-हावड़ा मेल, जनता एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस समेत कई सुपरफास्ट और मेल-एक्सप्रेस ट्रेनें घंटेभर से ज्यादा देर से चल रही हैं। यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है, कई ट्रेनें पांच घंटे से अधिक समय से खड़ी रहीं। स्टेशन पर भीड़ बढ़ती रही और यात्रियों ने जानकारी के लिए कई बार रेल अधिकारियों से संपर्क किया।
लड़खड़ा संचालन
हरदा में केवल दो लाइनें हैं। इसलिए एक लाइन बंद होने से पूरा संचालन लड़खड़ा गया। अप लाइन पर सीमित गति से ट्रेनों को संचालित करने की कोशिशें हुईं, लेकिन भीड़ इतनी अधिक थी कि अधिकांश ट्रेनों को रोके रखना पड़ा। एडीआरएम योगेंद्र बघेल भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि ओएचई निरीक्षण यान के पटरी से उतरने के कारणों की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद जिम्मेदारी तय की जाएगी और आगे की कार्रवाई होगी।
फिलहाल, ट्रैक चालू कर दिया गया है, लेकिन पूरे रूट की स्थिति सामान्य होने में अभी कुछ घंटे लग सकते हैं। यात्रियों को सतर्क रहने और अपने ट्रेन स्टेटस पर लगातार नजर रखने की सलाह दी गई है।
