विश्व | चीन अपनी लगातार घटती जन्म दर से जूझ रहा है, जो पिछले सात वर्षों में आधे से भी कम हो गई है। इसी समस्या से निपटने के लिए चीन सरकार ने हाल ही में एक नई प्रजनन प्रोत्साहन योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत यदि कोई परिवार बच्चा पैदा करता है तो उसे ₹1.30 लाख (13,000 युआन) की आर्थिक सहायता दी जाएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम चीन की जनसंख्या नीति में एक बदलाव का संकेत हो सकता है, क्योंकि पहले सख्त जनसंख्या नियंत्रण (एक बच्चे की नीति) अपनाई जाती थी, जबकि अब सरकार जन्म को प्रोत्साहित करने की दिशा में बढ़ रही है।
चीन अपनी लगातार घटती जनसंख्या को लेकर चिंतित है। इसी समस्या से निपटने के लिए हाल ही में उसने एक नई प्रजनन प्रोत्साहन योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत यदि कोई परिवार बच्चा पैदा करता है, तो सरकार उसे ₹1.30 लाख (13,000 युआन) की आर्थिक सहायता देगी।
China will offer a $500 baby subsidy to boost births.
China's birth rate has dramatically fallen since peaking in the late 1980s. pic.twitter.com/cYFElu9VZF
— Short Squeez (@shortsqueeznews) July 28, 2025
निचले स्तर पर जन्म दर रिकॉर्ड
चीन ने कई दशकों तक अपनी ‘वन चाइल्ड पॉलिसी’ (एक बच्चे की नीति) को सख्ती से लागू रखा, जिसका असर अब स्पष्ट रूप से दिख रहा है। 2016 में जहां हर 1,000 लोगों पर 13.6 जन्म होते थे, वहीं 2023 तक यह दर घटकर मात्र 6.3 रह गई। जन्म दर में यह लगातार गिरावट चीन की आर्थिक प्रगति और कार्यबल के भविष्य पर गहरा असर डाल रही है।
देश में बुजुर्ग आबादी तेजी से बढ़ रही है, और आज लगभग 21% जनसंख्या 60 वर्ष से अधिक आयु की हो चुकी है, जो नीति-निर्माताओं के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है।
जनसंख्या बढ़ाने की नई योजना
चीन ने अपनी घटती जन्म दर को रोकने के लिए हाल ही में एक नई आर्थिक प्रोत्साहन योजना शुरू की है, जिसके तहत बच्चा पैदा करने वाले परिवारों को ₹1.30 लाख (13,000 युआन) की सहायता राशि दी जाएगी। यह कदम जापान, दक्षिण कोरिया और इटली जैसे देशों से प्रेरित लगता है, जहां इस तरह की योजनाओं को पहले अपनाया गया था, लेकिन उनका असर सीमित ही रहा। अब सवाल उठता है कि क्या चीन की सामाजिक और आर्थिक संरचना इस योजना को सफल बना पाएगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि केवल आर्थिक प्रोत्साहन देना पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि बच्चों की परवरिश से जुड़ी लागत, नौकरी-जीवन संतुलन, महिलाओं की भागीदारी और सामाजिक दृष्टिकोण जैसे अन्य पहलुओं पर भी ध्यान देना जरूरी है।
जन्म दर बढ़ाने की सरकारी कोशिशें
चीन सरकार बच्चों के जन्म को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता जैसी नीतियां ला रही है, लेकिन इन प्रयासों के सामने कई सामाजिक बाधाएं खड़ी हैं। विशेषकर शहरी क्षेत्रों में, जहां जीवन की गति तीव्र और जीवन-यापन का खर्च अधिक है, लोग कम बच्चे पैदा करने की प्रवृत्ति रखते हैं। कई महिलाएं करियर को प्राथमिकता देती हैं और मातृत्व को देर से अपनाने का निर्णय ले रही हैं।
इसके साथ ही, बच्चे के पालन-पोषण के लिए सहयोग की कमी और सामाजिक दबाव भी उनकी चुनौतियों को बढ़ाता है। हालांकि, छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में इस तरह की सरकारी योजनाओं के प्रति अधिक स्वीकार्यता देखी जा सकती है।