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PM मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन में विकास मानदंडों का आह्वान किया, नशा-आतंक के खिलाफ रखा प्रस्ताव

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Published On: 22 November 2025

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में जी20 शिखर सम्मेलन स्थल पर पहुंचे, जहां उनका दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसके पहले शुक्रवार को मोदी जोहानिसबर्ग के बाहरी इलाके में स्थित वाटरक्लूफ वायुसेना अड्डे (एएफबी) पहुंचे थे। विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी समावेशी, न्यायपूर्ण और सतत विश्व के लिए एकजुट प्रयासों के तहत इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने एक्सपो सेंटर पहुंचे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग एक्सपो सेंटर पहुंचे, जहां उनका दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इससे पहले मोदी शुक्रवार को वाटरक्लूफ वायुसेना अड्डे पर पहुंचे थे।

 

विकास मानदंडों पर विचार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक विकास मानदंडों पर पुनर्विचार का आह्वान किया और मादक पदार्थ-आतंकवाद के मुकाबले के लिए जी-20 पहल और वैश्विक स्वास्थ्य सेवा प्रतिक्रिया दल बनाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने पर्यावरण-संतुलित, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से एकजुट जीवन शैली को संरक्षित करने के लिए वैश्विक पारंपरिक ज्ञान भंडार बनाने की भी बात कही। मोदी ने समावेशी और सतत आर्थिक विकास पर जोर देते हुए कहा कि अब विकास मानदंडों पर ध्यान केंद्रित करने और ‘एकात्म मानववाद’ के सिद्धांत के अनुसार आगे बढ़ने का समय है।

 

आतंक के खिलाफ रखा प्रस्ताव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी, खासकर फेंटानिल जैसे खतरनाक नशे के प्रसार को रोकने के लिए भारत ने जी-20 में मादक पदार्थ-आतंकवाद गठजोड़ से निपटने के लिए पहल का प्रस्ताव रखा है। उन्होंने सभी देशों से मिलकर इस नशा-आतंक के खतरे को कम करने का आह्वान किया। साथ ही, मोदी ने ‘एक्स’ पर साझा किया कि उन्होंने सर्वांगीण विकास के लिए कुछ योजनाएं पेश की हैं, जिनमें जी-20 वैश्विक पारंपरिक ज्ञान भंडार का निर्माण भी शामिल है, जिससे सामूहिक ज्ञान का उपयोग बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण के लिए किया जा सकेगा।

 

अफ्रीका की प्रगति

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन में अफ्रीका की प्रगति को वैश्विक विकास के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए जी-20-अफ्रीका कौशल विकास पहल का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा अफ्रीका के साथ एकजुट रहा है और उनकी जी-20 अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ जी-20 का स्थायी सदस्य बना। मोदी ने अगले दशक में अफ्रीका में 10 लाख प्रमाणित प्रशिक्षक तैयार करने का लक्ष्य रखा और जी-20 वैश्विक स्वास्थ्य सेवा प्रतिक्रिया दल बनाने का भी प्रस्ताव दिया, ताकि स्वास्थ्य आपात स्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं में प्रशिक्षित चिकित्सा विशेषज्ञ तुरंत तैनात किए जा सकें।

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