प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दक्षिण अफ्रीका के 3 दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे, जहां वे जोहांसबर्ग में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह दौरा भारत के साथ-साथ वैश्विक राजनीति के नजरिए से भी काफी अहम माना जा रहा है। इस दौरान पीएम मोदी G20 के सभी तीन सत्रों को संबोधित कर सकते हैं और कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे। इसके अलावा वे IBSA फोरम (India, Brazil, South Africa) की बैठक में भी हिस्सा लेंगे, जो तीनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने वाला एक महत्वपूर्ण मंच है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दक्षिण अफ्रीका के तीन दिन के दौरे पर रवाना होंगे। वे जोहांसबर्ग में आयोजित होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह दौरा न केवल भारत के लिए बल्कि वैश्विक राजनीति के लिहाज से भी काफी अहम माना जा रहा है।
अफ्रीकी धरती पर पहली बार होगा G20 सम्मेलन
भारत की अध्यक्षता में अफ्रीकी यूनियन को G20 की स्थायी सदस्यता मिलने के बाद पहली बार G20 सम्मेलन अफ्रीकी महाद्वीप में आयोजित हो रहा है, जो एक ऐतिहासिक अवसर माना जा रहा है। इस कदम को भारत की बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि के रूप में देखा जाता है। ऐसे में दक्षिण अफ्रीका में होने वाले इस शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी भारत और अफ्रीकी देशों के बीच बढ़ रहे वैश्विक सहयोग, साझेदारी और भूमिका को और मज़बूती देती है।
PM मोदी की होगी अहम भूमिका
इस बार का G20 सम्मेलन कई मायनों में खास है क्योंकि दुनिया की तीन बड़ी शक्तियों अमेरिका, रूस और चीन के शीर्ष नेता डोनाल्ड ट्रंप, व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग इसमें शामिल नहीं हो रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही उन चुनिंदा वैश्विक नेताओं में होंगे, जिनकी मौजूदगी और संबोधन इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर विशेष महत्व रखेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि उनकी भूमिका इस बार और अधिक प्रभावशाली होगी क्योंकि भारत अब एक उभरती वैश्विक शक्ति के रूप में कई देशों की उम्मीदों और सहयोग का केंद्र बन चुका है।
सम्मेलन की थीम
2025 के G20 सम्मेलन की थीम “एकजुटता, समानता और स्थिरता” भारत के वैश्विक दृष्टिकोण को स्पष्ट रूप से मजबूत करती है। यह थीम इस विचार पर आधारित है कि दुनिया तभी आगे बढ़ सकती है जब सभी देश मिलकर, बराबरी के साथ और एक स्थिर वैश्विक व्यवस्था के तहत काम करें। भारत लगातार ग्लोबल साउथ यानी एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिकी विकासशील देशों की आवाज को विश्व मंच पर मजबूती से उठाता रहा है, और यह थीम उसी सोच को आगे बढ़ाती है।
G20 में दुनिया की 60% आबादी हुई शामिल
G20 दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का ऐसा अंतरराष्ट्रीय मंच है जहां बड़े वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होती है। इसकी अहमियत का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि G20 देश दुनिया के कुल GDP का 85%, वैश्विक व्यापार का 75% और पूरी मानव आबादी के लगभग 60% हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं। भारत की अध्यक्षता में G20 को और भी ऐतिहासिक उपलब्धि मिली जब अफ्रीकी यूनियन को औपचारिक रूप से सदस्यता दी गई, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बड़ी कूटनीतिक उपलब्धि मानी गई।
