भारत हमेशा से ही अपनी संस्कृति, परंपरा और आध्यात्मिकता के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। यहाँ कदम-कदम पर मंदिर, तीर्थ और ध्यानस्थल मिल जाते हैं। लोग सिर्फ दर्शन करने ही नहीं, बल्कि आत्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा पाने के लिए भी इन स्थानों पर जाते हैं। अगर आप भी अपनी व्यस्त जिंदगी से कुछ पल सुकून के ढूंढ रहे हैं, तो आइए जानते हैं भारत के पाँच सबसे खास आध्यात्मिक स्थलों के बारे में।
वाराणसी (काशी, उत्तर प्रदेश)
वाराणसी को भारत की “आध्यात्मिक राजधानी” कहा जाता है। यहाँ की गंगा आरती का दृश्य देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। माना जाता है कि काशी में गंगा स्नान और काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन से आत्मा को मुक्ति मिलती है। संकरी गलियाँ, घाट और मंत्रोच्चार आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाते हैं।
ऋषिकेश (उत्तराखंड)
गंगा नदी के तट पर बसा ऋषिकेश योग और ध्यान का वैश्विक केंद्र माना जाता है। इसे “Yoga Capital of the World” भी कहा जाता है। यहाँ पर लक्ष्मण झूला, त्रिवेणी घाट और नीलकंठ महादेव मंदिर खास आकर्षण हैं। विदेशी पर्यटक भी यहाँ योग सीखने और आत्मिक शांति पाने आते हैं।
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर (पंजाब)
सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल हरमंदिर साहिब यानी स्वर्ण मंदिर, अपनी सुनहरी आभा और आध्यात्मिक वातावरण के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यहाँ लंगर (भोजन सेवा) में रोज़ाना लाखों लोग बिना किसी भेदभाव के भोजन करते हैं। गुरबाणी की धुन और सरोवर की शांति आत्मा को सुकून देती है।
बोधगया (बिहार)
बोधगया वह स्थान है जहाँ भगवान बुद्ध ने बोधि वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त किया था। यह बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए सबसे बड़ा तीर्थ है। यहाँ स्थित महाबोधि मंदिर UNESCO World Heritage Site भी है। देश-विदेश से हजारों साधक यहाँ ध्यान और साधना करने आते हैं।
तिरुपति बालाजी (आंध्र प्रदेश)
तिरुमला की पहाड़ियों पर स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और धनी मंदिरों में गिना जाता है। श्रद्धालु मानते हैं कि यहाँ दर्शन करने से जीवन की हर मुश्किल आसान हो जाती है। प्रतिदिन लाखों भक्त बालाजी के दर्शन के लिए घंटों कतार में खड़े रहते हैं।