सतना जिले के अमरपाटन थाने से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। यहां CM हेल्पलाइन 181 पर झूठी शिकायतें दर्ज करने के आरोप में प्रधान आरक्षक रवि सिंह और आरक्षक संतोष राय को एसपी ने लाइन अटैच कर दिया है। मामला तब सामने आया जब शिकायतों की जांच में पाया गया कि दोनों पुलिसकर्मियों ने ग्रेडिंग बढ़ाने के लिए फर्जी कॉल कर शिकायतें दर्ज कराईं थीं, लेकिन असली कहानी तब खुली जब यह पता चला कि शिकायतें उन्हीं पुलिसकर्मियों ने खुद की थीं, और वे ही बाद में उन्हें निपटाने का श्रेय भी ले रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक, दोनों पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने थाने की सीएम हेल्पलाइन ग्रेडिंग सुधारने के लिए झूठी शिकायतें दर्ज कराईं। ये शिकायतें इस मकसद से की गई थीं कि हेल्पलाइन में थाने का परफॉर्मेंस रेटिंग ऊंचा दिखे और “समस्याओं का तेजी से निपटारा करने वाला थाना” बताया जा सके।
मोबाइल से की गईं कॉल
जांच में यह भी सामने आया कि दोनों पुलिसकर्मियों ने स्थानीय पटाखा दुकानदारों के मोबाइल फोन लेकर शिकायतें दर्ज कराईं। वे खुद को आम नागरिक बताकर मारपीट, गाली-गलौज और पुलिस की लापरवाही जैसी शिकायतें दर्ज कर रहे थे। इतना ही नहीं, उन्होंने इन शिकायतों पर अपना दूसरा मोबाइल नंबर दर्ज कराया, ताकि शिकायत बंद कराने के लिए ओटीपी खुद के पास ही पहुंचे और सिस्टम में दिखे कि शिकायत हल कर दी गई। करीब 5 पटाखा दुकानदारों के मोबाइल से यह फर्जीवाड़ा किया गया था।
ऑडियो और सबूत से खुली पोल
मामला तब और गर्मा गया जब एक आरक्षक का ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें वह खुद यह बताते सुना गया कि शिकायतें कैसे की गईं। दुकानदारों ने भी साफ कहा कि उन्होंने कोई शिकायत नहीं की थी, बल्कि पुलिस वाले खुद मोबाइल लेकर कॉल कर रहे थे। अब एसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों को लाइन हाजिर कर दिया है और विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।
निर्देश के बाद हुई कार्रवाई
गौरतलब है कि हाल ही में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह साफ कहा था कि जो लोग सीएम हेल्पलाइन पर फर्जी शिकायतें करेंगे, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
इस आदेश के बाद अब यह पहला बड़ा मामला है, जिसमें थाने के ही दो पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है।
