आगर-मालवा पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई कर ड्रग तस्करी का पर्दाफाश किया। पुलिस ने दो कारों से 9.250 किलो कैटामाइन, 6 ग्राम एमडी ड्रग, 12.100 किलो अमोनियम क्लोराइड पाउडर, 35 लीटर आइसोप्रोपाइल अल्कोहल, ड्रग बनाने की मशीन और अन्य उपकरण जब्त किए। बरामद माल की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 5 करोड़ 8 लाख रुपए से ज्यादा बताई जा रही है।
बीजेपी नेता की कार से मिला माल
सबसे बड़ा खुलासा यह हुआ कि पूरा माल राहुल आंजना नाम के बीजेपी नेता की कार से मिला। राहुल आंजना को हाल ही में तनोडिया मंडल उपाध्यक्ष का पद दिया गया था। पुलिस ने मौके से उसके दो गुर्गों ईश्वर मालवीय और दौलत सिंह आंजना को गिरफ्तार किया है, जबकि राहुल और उसका करीबी सुरेश फरार हैं। पुलिस की तीन टीमें उनकी तलाश में लगी हुई हैं और राजस्थान समेत कई ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
कैसे होता था खेल?
गिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वे पिछले दो साल से राहुल के इशारे पर काम कर रहे थे। ड्रग की सप्लाई गुजरात, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र तक की जाती थी। हर ट्रिप के लिए उन्हें 5 हजार रुपए मिलते थे।
तस्करी का तरीका भी बेहद चालाकी भरा था। कार में माल भरकर उसे तय स्थान पर छोड़ दिया जाता था। दूसरी चाबी पहले से ही राहुल के अन्य लोगों के पास होती थी। डिलीवरी किसे होनी है, यह जानकारी ड्राइवरों को नहीं दी जाती थी। माल तैयार होने के बाद राहुल के गुर्गे व्यक्तिगत रूप से जानकारी देते थे।
पिता भी रह चुके हैं नेता
राहुल आंजना का परिवार राजनीति में काफी सक्रिय रहा है। उसके पिता सेवाराम आंजना मंडल अध्यक्ष रह चुके हैं, जबकि मां सोहनबाई आंजना वर्तमान में सरपंच हैं। राहुल भी सरपंच प्रतिनिधि के तौर पर काम करता था और पार्टी में सक्रिय नेता की पहचान रखता था पिछले साल ही उसे मंडल उपाध्यक्ष का पद दिया गया था। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान राहुल के घर से संदिग्ध दस्तावेज और ग्राम पंचायत की सील भी जब्त की है।
ठेके और कारोबार की आड़
पुलिस जांच में सामने आया कि राहुल सरकारी रसूख दिखाकर ट्यूबवेल के ठेके लेता था। उसके पास बोरिंग मशीन है और इसी कारोबार की आड़ में ड्रग्स का नेटवर्क खड़ा किया गया। पुलिस पिछले डेढ़ महीने से उसकी निगरानी कर रही थी। इससे पहले भी दो बार उसे पकड़ने की कोशिश की गई थी, लेकिन हर बार वह बच निकलता था।
कांग्रेस ने साधा निशाना
जैसे ही राहुल आंजना का नाम सामने आया, कांग्रेस ने भाजपा पर हमला बोलना शुरू कर दिया। कांग्रेस नेता उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भाजपा नेताओं की संलिप्तता इस बात का सबूत है कि मध्यप्रदेश नशे का गढ़ बनता जा रहा है। आखिर भाजपा के संरक्षण के बिना इतना बड़ा धंधा कैसे चल सकता है?
#भाजपा राज में नशे का कारोबार फल-फूल रहा है और सरकार मूकदर्शक बनी हुई है।#आगर मालवा में पुलिस ने भाजपा मंडल उपाध्यक्ष राहुल आंजना का नाम सामने लाते हुए ₹5.5 करोड़ की एमडी #ड्रग बरामद की है। मौके से भाजपा नेता फरार हो गया, जबकि दो #आरोपी #गिरफ़्तार किए गए हैं।
भाजपा नेताओं की… pic.twitter.com/KI5CSpBBRE
— Umang Singhar (@UmangSinghar) September 13, 2025
पुलिस का दावा
पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक सिर्फ दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस इस पूरे रैकेट की गंभीरता से जांच कर रही है और जल्द ही मुख्य आरोपी राहुल आंजना को पकड़ लिया जाएगा। दौलत सिंह आंजना पर पहले से ही मारपीट के चार केस दर्ज हैं, जबकि राहुल और ईश्वर का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला है।
पहले भी पकड़ी जा चुकी हैं फैक्ट्रियां
यह पहला मामला नहीं है जब एमडी ड्रग्स से जुड़ा इतना बड़ा खुलासा हुआ है। पिछले महीने ही भोपाल में 92 करोड़ रुपए की अवैध फैक्ट्री पकड़ी गई थी। वहीं अक्टूबर 2024 में बगरोदा गांव से 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा का माल जब्त हुआ था। अब आगर-मालवा का मामला सामने आने से साफ है कि प्रदेश में ड्रग्स का जाल काफी गहराई तक फैला हुआ है।
राहुल आंजना का नाम ड्रग तस्करी में आने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष ओम मालवीय ने उसे तत्काल प्रभाव से पार्टी से निकालने की घोषणा कर दी। फिलहाल, राहुल की तलाश जारी है और पुलिस का कहना है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
