मध्य प्रदेश सरकार (MP Govt) ने किसानों को राहत देने और भावांतर योजना-2025 को ज़मीन पर असरदार तरीके से लागू करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब किसानों को योजना से जुड़ी किसी भी जानकारी या परेशानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इसके लिए सरकार ने भावांतर हेल्पलाइन कॉल सेंटर की शुरुआत की है, जो 30 अक्टूबर से चालू हो गया है। यह हेल्पलाइन हर दिन सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक लगातार काम करेगी। किसान, व्यापारी या मंडी से जुड़े कर्मचारी किसी भी सवाल या दिक्कत के लिए कॉल सेंटर से सीधे संपर्क कर सकते हैं। कॉल सेंटर का नंबर है – 0755-2704555। सरकार का दावा है कि इस हेल्पलाइन के ज़रिए किसानों की शिकायतों और सवालों का तुरंत समाधान किया जाएगा।
इस साल भावांतर योजना के तहत सोयाबीन खरीदी 24 अक्टूबर से शुरू की जा चुकी है। योजना का मकसद है कि किसानों को उनकी मेहनत का उचित दाम मिले और फसल बेचने में कोई परेशानी न हो। राज्य सरकार का कहना है कि मंडियों में इस बार पारदर्शी प्रक्रिया अपनाई जा रही है, ताकि किसानों को किसी भी तरह की धोखाधड़ी या दलाली का सामना न करना पड़े।
किसानों से अपील
राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध संचालक कुमार पुरुषोत्तम ने किसानों, व्यापारियों, हम्मालों और तुलावटियों से अपील की है कि वे भावांतर योजना का पूरा लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि योजना से जुड़ी सही जानकारी पाने और समस्या का समाधान करवाने के लिए किसान हेल्पलाइन पर जरूर कॉल करें। इससे उन्हें न तो दफ्तरों के चक्कर लगाने पड़ेंगे और न ही किसी बिचौलिए पर निर्भर रहना होगा।
समय पर दाम मिलेगा
सरकार ने कहा है कि इस बार खरीदी प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाया गया है। किसानों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए मंडी बोर्ड, बैंक और व्यापारी संगठनों के बीच सीधा समन्वय रखा गया है। सरकार का दावा है कि भावांतर योजना से किसानों की आय बढ़ेगी और उन्हें बाजार में उनकी उपज का सही मूल्य मिल सकेगा।
