विशेष गहन पुनरीक्षण 2026 के दौरान गंभीर लापरवाही सामने आने पर भोपाल जिले में एक बड़ा कदम उठाया गया है। विधानसभा क्षेत्र 153 भोपाल मध्य में तैनात बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) कमल सिंह परिहार को उनके दायित्वों के अनुचित निर्वहन के आरोप में कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने तत्काल निलंबित कर दिया है।
आदेश के अनुसार, निर्वाचन कार्यों की समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि बीएलओ को कई बार निर्देश दिए जाने के बावजूद वे फील्ड में सक्रिय नहीं दिखे और न ही निर्धारित समयसीमा में काम की प्रगति दर्ज की। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया कि मतदाता सूची के पुनरीक्षण से जुड़े महत्वपूर्ण कार्य अधूरे छोड़ दिए गए, जिसे आयोग के निर्देशों का सीधा उल्लंघन माना गया।
निर्वाचन कार्य में देरी बर्दाश्त नहीं
निलंबन आदेश जारी करते हुए कलेक्टर ने स्पष्ट कहा कि निर्वाचन से जुड़े कार्य संवेदनशील होते हैं और इन्हें समय पर पूरा करना बेहद जरूरी होता है। ऐसे में किसी भी स्तर पर लापरवाही को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने बताया कि निर्वाचन प्रक्रिया में पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए यह कदम आवश्यक था। आदेश के तहत, निलंबन अवधि के दौरान कमल सिंह परिहार का मुख्यालय निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, विधानसभा क्षेत्र 153-भोपाल मध्य का कार्यालय तय किया गया है। निलंबन के दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा, लेकिन वे किसी भी प्रकार के निर्वाचन या फील्ड कार्य में शामिल नहीं रहेंगे।
प्रशासन का संदेश स्पष्ट
कलेक्टर ने कहा कि यह कार्रवाई बाकी फील्ड कर्मचारियों के लिए भी सख्त संदेश है कि मतदाता सूची पुनरीक्षण जैसे अहम कामों में ढिलाई या गैरहाजिरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिले में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण को पूरी गंभीरता से पूरा करने के लिए सभी बीएलओ को निर्देश दे दिए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, आयोग ने इस साल पुनरीक्षण कार्य में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। मृत, दोहराए गए और स्थानांतरित मतदाताओं को हटाने के साथ ही नए पात्र मतदाताओं को जोड़ने की प्रक्रिया को तेज करने पर जोर दिया गया है। इसी वजह से फील्ड लेवल पर काम में किसी भी चूक को तुरंत चिन्हित किया जा रहा है।
