भोपाल में वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सख्त रुख अपनाया है। काम में लापरवाही पकड़ में आने पर एक सुपरवाइजर और एक बीएलओ को रविवार देर रात निलंबित कर दिया गया। कलेक्टर ने मीटिंग खत्म होते ही दोनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करने के आदेश जारी किए।जिन कर्मचारियों पर गाज गिरी है, उनमें सुपरवाइजर अनंत लाल मिश्रा और बीएलओ शुभम प्रताप सिंह शामिल हैं। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने बीएलओ ऐप पर एक भी गणना पत्र (फॉर्म) डिजिटलाइज नहीं किया। जबकि यह काम एसआईआर की सबसे अहम प्रक्रिया मानी जाती है। कलेक्टर ने कहा कि इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी में किसी भी तरह की सुस्ती या अनदेखी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विधानसभा-वाइज मीटिंग
रविवार देर रात कलेक्टर सिंह ने विधानसभा-वाइज मीटिंग बुलाई थी, जिसमें एडीएम, नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर, ईआरओ, ईपीआरओ, डिप्टी कलेक्टर, आईटी टीम प्रभारी और सभी सुपरवाइजर मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर ने साफ निर्देश दिए कि अब हर सुपरवाइजर को हर दो घंटे में निर्धारित फॉर्मेट में अपनी रिपोर्ट भेजनी होगी। उन्होंने अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी है कि 10 दिनों के भीतर फॉर्म भरने का पूरा काम खत्म होना चाहिए।
होगी तत्काल कार्रवाई
कलेक्टर ने बताया कि उन्होंने विधानसभावार जिम्मेदारियां बांटी हैं, ताकि एसआईआर का काम तेज रफ्तार से हो। किसी भी बीएलओ की प्रगति धीमी पाई गई तो कार्रवाई तुरंत होगी। सोमवार को कलेक्टोरेट में भी एक बड़ी बैठक रखी गई है, जिसमें एसआईआर की प्रगति और अन्य प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कलेक्टर सिंह ने सभी ईआरओ को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बीएलओ के काम की लगातार निगरानी करें और जरूरत पड़ने पर उन्हें मार्गदर्शन दें। उन्होंने यह भी कहा कि कॉल सेंटर पूरी क्षमता के साथ चालू रहें ताकि फील्ड में काम कर रहे कर्मचारियों की समस्याओं का तुरंत समाधान हो सके।
एसआईआर प्रक्रिया को लेकर प्रशासन अब पूरी तरह एक्शन मोड में है। कलेक्टर ने कर्मचारियों को साफ चेतावनी दी है कि वोटर लिस्ट अपडेट जैसे महत्वपूर्ण काम में किसी भी तरह की लापरवाही अब भारी पड़ेगी।
