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भोपाल: एवरी पेडल काउंट्स, साइक्लोथॉन से डायबिटीज पर जागरूकता

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Published On: 30 November 2025

भोपाल में रविवार सुबह डायबिटीज जागरूकता माह के समापन पर खास साइक्लोथॉन का आयोजन किया गया। जयप्रकाश जिला चिकित्सालय परिसर से शुरू हुई इस रैली को सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने झंडी दिखाकर रवाना किया। “एवरी पेडल काउंट्स” के संदेश के साथ निकली यह रैली लोगों को मधुमेह के खतरे, बचाव और समय पर जांच के लिए प्रेरित करती नजर आई। प्रतिभागियों ने पोस्टर, बैनर और प्ले-कार्ड के जरिए लोगों तक हेल्थ मैसेज पहुंचाया। कार्यक्रम में वर्ल्ड डायबिटीज फाउंडेशन, रिजॉल्व टू सेव लाइफ और जपाईगो जैसी संस्थाओं ने सहयोग दिया।

नियमित व्यायाम से घटता डायबिटीज का खतरा

कार्यक्रम की शुरुआत में सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा ने कहा कि मधुमेह से बचाव और नियंत्रण का सबसे आसान रास्ता प्रतिदिन का शारीरिक श्रम है। उन्होंने बताया कि खासकर टाइप-2 डायबिटीज के मरीजों और प्री-डायबिटिक लोगों के लिए रोजाना व्यायाम बेहद जरूरी है। डॉ. शर्मा ने जोर देकर कहा कि हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ जैसे आलू, तरबूज, पाइनएप्पल, सफेद शक्कर, चावल, कॉर्नफ्लेक्स और सफेद ब्रेड का अधिक सेवन शरीर में शुगर लेवल को तेजी से बढ़ाता है। इसलिए इन चीजों से दूरी रखना ही बेहतर है।

40 मिनट का व्यायाम काफी

सीएमएचओ ने बताया कि रोजाना कम से कम 40 मिनट तेज चाल से चलना, साइकिल चलाना या हल्का दौड़ना डायबिटीज की संभावना को काफी कम कर देता है। उन्होंने कहा कि जीवनशैली में छोटे बदलाव जैसे समय पर खाना, पर्याप्त नींद, तनाव कम करना और नियमित जांच मधुमेह को कंट्रोल में रख सकते हैं। उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों में मधुमेह और उच्च रक्तचाप की जांच, सलाह और दवाइयां पूरी तरह मुफ्त उपलब्ध हैं। इसलिए लोगों को समय पर जांच कराने में हिचकना नहीं चाहिए।

तेजी से बढ़ रहा डायबिटीज का खतरा

विश्व स्वास्थ्य संगठन और वर्ल्ड डायबिटीज फेडरेशन के आंकड़ों का जिक्र करते हुए डॉक्टरों ने बताया कि दुनिया में इस समय 537 मिलियन से ज्यादा वयस्क मधुमेह से जूझ रहे हैं। अनुमान है कि साल 2045 तक यह संख्या बढ़कर 783 मिलियन तक पहुंच सकती है। विशेष बात यह है कि मधुमेह से प्रभावित 75% से ज्यादा लोग निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं, जहां इलाज और जांच की सुविधाएं विकसित देशों की तुलना में सीमित हैं।

साइक्लोथॉन में युवा, बुजुर्ग, स्वास्थ्यकर्मी और कई सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। रैली शहर के मुख्य मार्गों से होकर गुजरी, जहां लोगों ने भी प्रतिभागियों का उत्साह बढ़ाया।

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