राजधानी भोपाल के हथाईखेड़ा डैम से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। दुर्गा विसर्जन के बाद तालाब में फेंकी गई प्रतिमाओं के ढांचे (स्ट्रक्चर) को कुछ बिचौलिए दोबारा निकालकर बेच रहे हैं। ‘जय मां भवानी संगठन’ ने इसका स्टिंग ऑपरेशन किया है, जिसमें यह पूरा खेल कैमरे में कैद हुआ है।
वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग खुलेआम प्रतिमाओं के ढांचे के रेट तय करते और सौदेबाजी करते नजर आ रहे हैं। संगठन के अनुसार ये ढांचे तालाब से निकालकर मूर्तिकारों को दोबारा बेचे जा रहे हैं। यह न सिर्फ आस्था के साथ खिलवाड़ है बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का बड़ा उदाहरण भी है।
खुला पूरा सौदा
जय मां भवानी संगठन के अध्यक्ष भानू हिंदू ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि हथाईखेड़ा डैम से विसर्जित प्रतिमाओं के ढांचे निकालकर गुपचुप तरीके से बेचे जा रहे हैं। जांच में यह बात सही साबित हुई।
भानू हिंदू के मुताबिक, स्टिंग में एक बिचौलिया 10 फीट की प्रतिमा का ढांचा 1000 रुपए में बेचने की बात कर रहा है। वहीं, बड़ी मूर्तियों के स्ट्रक्चर के 1500 रुपए तक में सौदे तय हो रहे हैं। वीडियो में एक व्यक्ति कहता सुना गया – “10 फीट की दे रहा हूं 1000-500 में… आज रात 100 प्रतिमाएं जाने वाली हैं।”
धार्मिक अपमान
भानू हिंदू ने कहा कि यह हरकत हिंदू समाज की भावनाओं का अपमान है। विसर्जन के बाद कई दिन पानी में रहने से ये ढांचे कमजोर हो जाते हैं। अगर इन्हें फिर से मिट्टी लगाकर नई प्रतिमा बनाने में इस्तेमाल किया गया, तो किसी हादसे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे मामले में नगर निगम के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता। संगठन ने भोपाल कलेक्टर और नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर सघन जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
हजारों रुपए का खेल
जानकारों के मुताबिक, एक नई प्रतिमा का ढांचा तैयार करने में बांस, लकड़ी, घास और मिट्टी मिलाकर 8 से 11 हजार रुपए तक का खर्च आता है। जबकि ये बिचौलिए तालाब से निकले पुराने और कमजोर ढांचे को 1000-1500 रुपए में बेचकर हजारों रुपए की बचत कर रहे हैं।
संगठन बोला
संगठन ने कहा कि अगर यह कार्य वैध रूप से किया जा रहा है, तो इसकी आमदनी नगर निगम के खाते में जानी चाहिए, न कि बिचौलियों की जेब में। भानू हिंदू ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो हिंदू संगठनों के लोग आंदोलन करेंगे।